सार

अवैध खनन मामले में झारखंड सीएम हेमंत सोरेन का नाम आने के बाद ईडी ने पूछताछ के लिए गुरुवार के दिन बुलाने पर भी सीएम नहीं पहुंचे साथ ही आदिवासियों को दबाने व पार्टी अस्थिर करने का विपक्ष पर आरोप लगाया जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी, साथ ही ये बोल बोले।

रांची(ranchi). झारखंड में अवैध खनन मामले में ईडी की जांच लगातार जारी है। जिसमें जेएमएम के नेता पंकज मिश्रा के यहां रेड करने के बाद टीम को वहां से कई अहम डॉक्यूमेंट बरामद हुए। जिसमें वर्तमान सीएम हेमंत सोरेन से  जुड़ें कई बैंक खातों की पासबुक बरामद की गई। इसी के चलते कल यानि गुरुवार 3 अक्टूंबर के दिन उनकों रांची स्थित प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस में बुलाया गया था। पर वे वहां नहीं पहुंचे। बल्कि वे एक कार्यक्रम  में शामिल होने छ्त्तीसगढ़ चले गए पर इससे पहले उन्होंने इसे विपक्ष कि साजिश बताते हुए मौजूदा सरकार गिराने का आरोप लगाया। जिस पर अब पूर्व सीएम व भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी का  बयान सामने आया है, जिन्होंने सीएम को टारगेट करते हुए कई बाते बोली है। जानिए क्या कुछ कहा पू्र्व मुख्यमंत्री ने....

ये सब बोले पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी
मीडिया को बयान देते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अगर देश के प्रधानमंत्री होने के बाद भी नरेंद्र मोदी जो कि गुजरात के जब सीएम थे तब एसआईटी की पूछताछ में जा सकते है तो सीएम हेमंत सोरेन ईडी के सवालों का जवाब क्यों नहीं दे सकते है। उन्होंने कहा कि धमकी देने और आदिवासी कार्ड खेलने के बजाए उनको देश बने कानूनों का पालन करते हुए ईडी का सामना करते हुए पूछताछ में सहयोग करना चाहिए। पूर्व सीएम ने जेएमएम सुप्रीमों हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए अवैध खनन मामले में कहा कि झारखंड की जनता ने आपको वोट सरकार चलाने के लिए दिया है इसके लिए नहीं कि आप अपने निजी स्वार्थ के चलते यहां के प्राकृतिक संसाधनों को लूटे।

दूसरे राज्यों को भेजा जा रहा अवैध सामान
पूर्व सीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य से पड़ोसी राज्यों को लगातार अवैध रूप से पत्थर के चिप्स के साथ कई और सामान की तस्करी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले को अवगत कराने के लिए उन्होंने समय पर अवैध खनन का मुद्दा उठाते आ  रहे है। इसके लिए उन्होंने कई बार सीएम को पत्र भी लिखे है।

बीजेपी पर लगे आरोप मामले में बोली ये बात
वहीं झामुमों  द्वारा सारा किया धरा बीजेपी द्वारा है ऐसे आरोप लगाए गए है। इस पर इसे हास्यास्पद बताते हुए पूर्व सीएम ने पूछा कि जब इससे पहले झामुमो के प्रमुख शिबू सोरेन और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव जेल में बंद थे तब केंद्र में किसकी सरकार थी। बता दे कि जब ये दोनो जेल में बंद थे तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। उन्होने कहा कि मजबूत विपक्ष का यही काम है कि वह सत्ताधारी  सरकार के  गलत कामों के बारे में अलर्ट करे।

इसके अलावा निर्दलीय विधायक सरयू राय ने भी झामुमो सुप्रीमों को कहा कि उन्हे ईडी के सवालों से बचने के बजाए या तो खुद उनके पास जाकर या फिर उनको बुलाकर पूछताछ पूरी कर लेना चाहिए। उन्होने कहा कि ईडी तभी पूछताछ करती है जब उनके पास किसी के खिलाफ कोई ठोस सबूत होते है।
 

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