सार
गाड़ी में कैश मिलने के बाद कोलकाता की जेल में बंद झारखंड के कांग्रेस के तीन विधायकों को रिहा कर दिया गया है। डॉ अंसारी पहले ही आजाद कर दिया था, बाकी दोनों विधायको को 22 अगस्त के दिन बेल मिली। रिहाई की खबर मिलने के बाद उनके समर्थक उनका स्वागत करने पहुंचे।
रांची (झारखंड): झारखंड के कैस कांड में शामिल कांग्रेस के तीन विधायक डॉ इरफान अंसारी, विक्सल कोंगाडी और राजेश कच्छप 22 दिनों बाद जेल से रिहा हो गए। इरफान अंसारी पहले की रिहा हो गए थे। जबकि विक्सल कोंगाडी और राजेश कच्छप 22 अगस्त को रिहा हुए। बताया जा रहा है कि बेलर नहीं मिलने के कारण विक्सल कोंगाडी और राजेश कच्छप की रिहाई टल गई थी। दोनों की रिहाई पर इरफान अंसारी अपने समर्थकों के साथ अन्य दोनों विधायकों का स्वागत करने पहुंचे। अन्य समर्थकों ने कोलकाता में तीनों विधायकों का स्वागत किया। तीनों को फूल मालाओं से लाद दिया। विधायकों ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। पिछले दिनों तीनों विधायकों के साथ दुःखद घटना घटी। हम और हमारे परिजन बिना किसी गलती के कष्ट में हैं। आदिवासी दिवस पर वे लोग सामान खरीदने गए थे। लेकिन तीनों के एक साजिश के तहत फंसाया गया।
17 अगस्त को मिली थी बेल
तीनों विधायक और दो अन्य को कोलकाता हाई कोर्ट ने बेल दिया था। हाईकोर्ट के जस्टिस जॉयमाल्या बागची और जस्टिस अनन्या बंधोपाध्याय की पीठ ने जेल में बंद तीनों विधायक और अन्य दो लोगों को बुधवार 17 अगस्त को शर्त के साथ जमानत दिया था। वहीं तीनों के पासपोर्ट को जमा करने का भी निर्देश दिया था। इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया है कि अंतरिम जमानत मिलने के बाद तीनों विधायक तीन माह तक कोलकाता में ही रहेंगे क्योंकि पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए कभी भी तीनों को बुलाया जा सकता है।
49 लाख के साथ बंगाल पुलिस ने पकड़ा था
30 जुलाई को झारखंड के तीन विधायक जामताड़ा के डॉ इरफान अंसारी, खिजरी के विधायक राजेश कच्छप, कोलबीरा के विधायक नमन विक्सल कोंगाडी को पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के पांचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी मोड़ के पास कैश के साथ पुलिस ने पकड़ा था। तीनों विधायकों के अलावा चालक और एक अन्य को भी गिरफ्तार किया गया था। सभी एक ही कार पर बंगाल से झारखंड आ रहे थे। पैसे कहां से आए इसका जवाब नहीं दे पाने के कारण सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था। सीआईडी के जांच में यह बात सामने आई थी कि कोलकाता के महेंद्र अग्रवाल नामक व्यवसायी ने पैसे दिए थे। सीआईडी ने महेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद 31 जुलाई को कोलकाता पुलिस ने तीनों विधायकों को गिरफ्तार कर लिया था। उनके साथ रहे दो अन्य को भी गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां 10 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।
कांग्रेस तीनों को कर चुकी है निलंबित
कैश कांड के बाद तीनों विधायको को कांग्रेस ने पार्टी से निलंबित कर दिया था। साथ ही साथ कांग्रेस के ही विधायक अनूप सिंह ने तीनों पर सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए रांची के अरगोड़ा थाना में केस दर्ज कराया था। अरगोड़ा पुलिस ने केस को पश्चिम बंगाल ट्रांसफर्र कर दिया था। अनूप सिंह ने कहा था कि डॉ इरफान अंसारी और राजेश कच्छप ने उन्हें 10 करोड़ रुपए और मंत्री पद का ऑफर सरकार गिराने में सहयोग करने पर दिया था।