सार
झारखंड के कांग्रेस के विधायकों की गाड़ी में कैश मिलने के केस में पश्चिम बंगाल में अरेस्ट हुए थे। उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं है। दरअसल कोलकाता हाईकोर्ट ने उनकी निष्पक्ष एजेंसी व सीबीआई की जांच की याचिका को खारिज कर दिया गया है......
रांची (झारखंड). कैश कांड में गिरफ्तार झारखंड कांग्रेस के तीनों विधायकों की मुश्किल बढ़ती नजर आ रही है। बता दें कि तीनों विधायकों ने गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले की जांच सीबीआई अथवा निष्पक्ष एजेंसी से कराने की याचिका कोलकाता हाईकोर्ट में दायर की थी। गुरुवार को कोलकाता हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस से निलंबित विधायक डॉ इरफान अंसारी, नमन विलसन कोंगाड़ी और राजेश कच्छप की याचिका कोलकाता हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है। कोलकाता हाईकोर्ट ने गिरफ्तार विधायकों की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें कैश कांड मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ से कराने की मांग की गयी थी। हाईकोर्ट ने मामले की जांच बंगाल पुलिस के सीआइडी से ही कराने का आदेश दिया है।
हाईकोर्ट ने कहा- जांच बंगाल की सीआईडी ही करेगी
कांग्रेस विधायकों की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोलकाता हाईकोर्ट ने कहा कि 30 जुलाई को जब्त 48 लाख से अधिक कैश के मामले की जांच बंगाल की सीआईडी ही करेगी। इसके साथ ही बंगाल पुलिस को आदेश दिया कि जांच पूरी पारदर्शी तरीके से, और बिना किसी भेदभाव के पूरी करें। बता दें कि यह पैसा शनिवार को झारखंड के कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी की गाड़ी से बरामद हुआ था। पैसे की जब्ती हावड़ा ग्रामीण पुलिस ने की थी। इसी सिलसिले में तीनों विधायकों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था, जिसके बाद इन्हें 10 दिनों की पुलिसिया रीमांड में भेजा जा चुका है। कोलकाता हाईकोर्ट में गिरफ्तार विधायकों ने बुधवार को मामले की जांच सीआइडी से नहीं करा कर सीबीआइ अथवा किसी अन्य निष्पक्ष एजेंसी से कराने की मांग की थी। याचिका में यह कहा गया था कि पश्चिम बंगाल पुलिस की जांच राजनीति से प्रेरित हो सकती है, जिससे मामले की दिशा दूसरी तरफ जा सकती है।
सरकार गिराने के लिए साजिश रचने का है, आरोप
कांग्रेस के तीनों विधायकों की गिरफ्तारी के बाद अब तक जो बात सामने आई है वह यह है कि तीनों विधायकों झारखंड में सरकार को गिराने की साजिश में शामिल थे। वहीं बीते दिनों असम के मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेसी नेताओं की तस्वीरें भी वायरल हुई थी। आरोप लगने के बाद कांग्रेस के वरीय नेताओं ने तीनों विधायकों को पार्टी से भी निकाल दिया है, हालांकि िवधायक इरफान अंसरी के पिता ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके बेटे को राजनीतिक साजिशों के तहत फंसाया जा रहा है।