सार
झारखंड की राजनीति में कोई न कोई तूफान आता रहता है। हाल ही में मौजूदा सरकार के लोगों और प्रशासन के द्वारा आदिवासियों की अनदेखी किए जाने के कारण भड़के अपनी ही पार्टी के एमएलए लोबिन हेंब्रम ने प्रदेश में जनआंदोलन करने की धमकी दे डाली है।
रांची. झारखंड राज्य की राजनीति में आए दिन कुछ न कुछ दिलचस्प बातें होती रहती है। कभी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के विधायक तो कभी अपनी ही पार्टी के विधायक सरकार के कामकाज से नाखुश नजर आता है। बीते दिनों कांग्रेस के इरफान अंसारी ने सरकार को कई मामलों में आइना दिखाने काम किया। अब सरकार की अपनी पार्टी के बोरियो विधायक ही सरकार से खुश नजर नहीं आ रहे। झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने हेमंत सरकार पर आरोप लगाते हुए बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि सरकार बहरी हो चुकी है। जरुरी मुद्दों की अनदेखी की जा रही है। ऐसा ही चलता रहा तो जनआंदोलन करना पड़ेगा। आगामी मॉनसून सत्र में वह सदन के अंदर और बाहर इन तमाम मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार बहरी हो चुकी है। ऐसे में उन्हें जन आंदोलन भी करना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे।
जनहित के मुद्दे उठाने पर पार्टी विरोधी बताया जाता है: लोबीन
जेएमएम के वरिष्ठ विधायक लोबिन हेंब्रम एक बार फिर अपनी ही सरकार पर गरजते नजर आए। उन्होंने कहा- जब भी वे जनहित के मुद्दे उठाते हैं तो उन्हें पार्टी विरोधी समझा जाता है। सरकार में उनकी बात नहीं सुनी जाती है। राज्य सरकार जिन मुद्दों को उठाकर सत्ता में आई थी। आज उन मुद्दों की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में खुलेआम जमीनों की लूट हो रही है। राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के मामले में बोले कि यह सही कदम था।
मुद्दों की अनदेखी का आरोप
लोबिन ने कहा कि आदिवासियों और मूलवासियों को उजाड़ा जा रहा है। उनको देखने वाला कोई शासन और प्रशासन नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों की अपनी स्थानीय नीति है। लेकिन झारखंड में ऐसा नहीं है। जिस वजह से यहां के स्थानीय युवाओं की नौकरी नहीं मिलकर बाहरी लोगों को मिल रही है। उन्होंने कहा कि खतियान आधारित नियोजन नींति, स्थानीय नीति, सीएनटी एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करने और पेसा एक्ट का नियमावली बनाना चुनावी एजेंडा था। बावजूद इसके अब इन मुद्दों की अनदेखी की जा रही है।
वरिष्ठ नेताओं को सामने आना होगा
द्रौपदी मुर्मू को समर्थन के मुद्दे पर जेएमएम और कांग्रेस के संबंधों में खलबली मचाकर रख दी है। इस मुद्दे पर जेएमएम के वरिष्ठ विधायक लोबिन हेंब्रम ने साफ कहा कि सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरे में ही द्रौपदी मुर्मू के समर्थन को लेकर पार्टी की मुहर लग चुकी थी। अब कांग्रेस के साथ आगे कैसे बढ़ना है या संबंधों में कहां टकराहट आ रही है, इसपर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मिल बैठकर बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति पद पर बैठना संपूर्ण आदिवासी समाज के लिए गर्व का विषय है।
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