सार
बीजेपी ने झारखंड की राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति (President Election 2022) पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। 64 साल की द्रौपदी मुर्मू संथाल आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। उनका जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में 20 जून, 1958 को हुआ था।
Who is Draupadi Murmu: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने झारखंड की राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति (President Election 2022) पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। झारखंड की नौंवी राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर से विधायक रह चुकी हैं। 64 साल की मुर्मू के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने तक का सफर बेहद कठिन रहा है। खासकर, पर्सनल लाइफ की बात करें तो वो अपने दो बेटों और पति को खो चुकी हैं।
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?
द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में 20 जून, 1958 को हुआ था। वो आदिवासी संथाल परिवार से आती हैं। उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू था। वहीं मुर्मू के दादा पंचायती राज सिस्टम में गांव के सरपंच थे। द्रौपदी मुर्मू की शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई है। उनके तीन बच्चे (दो बेटे और एक बेटी) हुए, जिनमें से अब सिर्फ एक बेटी ही बची है। मुर्मू के पति और दो बेटे अब इस दुनिया में नहीं हैं।
पति और दो बेटों को खो चुकीं हैं मुर्मू :
जवानी के दिनों में ही विधवा होने के साथ ही अपने दो बेटों खो चुकीं द्रौपदी मुर्म ने जीवन में काफी संघर्ष देखा है। पति और बेटों की मौत के बाद उन्होंने अपनी बेटी इतिश्री की अकेले ही परवरिश की। इतना ही नहीं, उन्होंने अकेले ही अपनी बेटी की शादी की। उनकी बेटी इतिश्री ने गणेश हेम्ब्राम से शादी की है।
सिंचाई विभाग में की क्लर्क की नौकरी :
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने भुवनेश्वर के रामादेवी वुमन कॉलेज से आर्ट्स में ग्रैजुएशन किया। इसके बाद उन्हें ओडिशा सरकार के सिंचाई और बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर नौकरी मिल गई। नौकरी के साथ ही उन्होंने रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में मानद सहायक शिक्षक के तौर पर भी काम किया।
ऐसे शुरू हुआ पॉलिटिकल करियर :
द्रौपदी मुर्मू ने1997 में ओडिशा के रायरंगपुर नगर पंचायत में पार्षद का चुनाव लड़ा और जीतीं। इस तरह उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। इसके बाद 2000 में वो रायरंगपुर से पहली बार विधायक बनीं। बाद में उन्हें 2002 से 2004 के बीच भाजपा-बीजेडी सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला।
2015 में बनीं झारखंड की राज्यपाल :
18 मई 2015 को द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नौवीं राज्यपाल बनीं। 12 जुलाई, 2021 तक वो इस पद पर रहीं। बता दें कि मुर्मू अगर राष्ट्रपति बनती हैं तो अनुसूचित जनजाति वर्ग (एसटी) से देश की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी।
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