सार

कोरोना महामारी कम होने के बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही है। इससे लोग मानसिक तौर पर काफी परेशान हो गए हैं। ज्यादातर लोग कोरोना महामारी की वजह से तनाव का सामना कर रहे हैं। 
 

लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना महामारी कम होने के बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही है। इससे लोग मानसिक तौर पर काफी परेशान हो गए हैं। ज्यादातर लोग कोरोना महामारी की वजह से तनाव का सामना कर रहे हैं। बहुत लोग डिप्रेशन के शिकार हो चुके हैं। कोरोना संकट के इस दौर में आत्महत्या की घटनाएं भी काफी बढ़ी हैं। दरअसल, इस महामारी के चलते लोगों के सामने कई तरह की दिक्कतें पैदा हो गई हैं। आमदनी में कमी तो आई ही है, सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर भी लोग दूर होते जा रहे हैं। कहीं भी आना-जाना पहले की तरह आसान नहीं रह गया है। जो लोग घरों से काम कर रहे हैं, उन्हें भी कई तरह का दबाव झेलना पड़ा रहा है और जो लोग बेरोजगार हो गए हैं, उनकी हालत बेहद खराब है। ऐसे में तनाव, चिंता और डिप्रेशन का होना लाजिमी है। जानें इससे बचने के कुछ टिप्स। 

1. सेल्फ कॉन्फिडेंस मजबूत रखें
किसी भी मुसीबत से सेल्फ कॉन्फिडेंस मजबूत रहने पर ही निकला जा सकता है। कोरोना संकट मामूली नहीं है। यह कब तक बना रहेगा, इसके बारे में भी कुछ कह पाना संभव नहीं है। ऐसे में, खुद पर भरोसा रख कर ही समस्याओं से संघर्ष किया जा सकता है।

2. कम खर्च में काम चलाएं
कोरोना महामारी के दौर में चंद लोगों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर लोगों की आमदनी कम हो गई है। रोजी-रोटी का संकट हर तरफ है। महंगाई की समस्या भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में, अपने खर्चे को कम करना एक सही ऑप्शन हो सकता है। जब तक आमदनी बढ़ने की कोई सूरत नजर नहीं आती, गैरजरूरी खर्च पर लगाम लगा दें। 

3. खाली मत रहें
इंसान जब खाली होता है तो उसके दिमाग में तरह-तरह की बातें आती रहती हैं। अगर वह समस्याओं से जूझ रहा है, तो खाली रहने पर ज्यादा परेशानी महसूस होती है। इसलिए किसी न किसी काम में खुद को व्यस्त रखें। अगर कोई खास काम नहीं सूझ रहा तो बच्चों के साथ ही समय बिताएं। चाहें तो पढ़ाई में उनकी मदद कर सकते हैं।

4. एक्सरसाइज, योग और ध्यान जरूर करें
ए्क्सरसाइज, योग और ध्यान करने से तनाव जरूर कम होता है और दिल-दिमाग को शांति मिलती है। इसलिए तय समय पर एक्सरसाइज जरूर करें। इससे फिजिकल फिटनेस के साथ ही मानसिक मजबूती भी मिलती है। वहीं, योग और ध्यान करने से मन शांत रहता है।

5. आएंगे अच्छे दिन
यह उम्मीद जरूर रखें कि अच्छे दिन आएंगे। दिन कभी एक जैसे नहीं रहते। बदलाव प्रकृति और समाज का नियम है। आज दिन अगर बुरे हैं, तो कल जरूर अच्छे होंगे, यह अलग बात है कि इसके लिए कोशिश करनी होगी। बैठे रहने और चिंता करते रहने से अच्छे दिन नहीं आ सकते। हो सकता है, और भी बुरे दिन आ जाएं। इसलिए सकारात्मक रहें। नेगेटिविटी को हावी मत होने दें और जैसी भी समस्या हो, उसे दूर करने की कोशिश में जी-जान से लग जाएं।