सार
World poha day 2023: भारत में हर साल 7 जून को पोहा दिवस मनाया जाता है। वैसे तो इसके कई नाम है, लेकिन इंदौरी पोहा पूरी दुनिया में मशहूर है। आइए हम आपको बताते हैं इंदौरी पोहे की कहानी।
फूड डेस्क: अगर हम कहें कि पोहा हमारे देश का राष्ट्रीय नाश्ता है, तो इसमें बड़ी बात नहीं होगी, क्योंकि घरों से लेकर गली नुक्कड़ पर जगह-जगह पोहा मिलता है और हर भारतीय इसे बड़े चाव से खाता है। खासकर मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में पोहा एक फेमस नाश्ता है, जो चावल को चपटा करके बनाया जाता है। पोहे की इसी लोकप्रियता को देखते हुए भारत में हर साल 7 जून को विश्व पोहा दिवस मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत इंदौरी कलाकार राजीव नेमा ने की थी। तो चलिए आज पोहा डे पर हम आपको बताते हैं इंदौरी पोहे की कहानी...
इंदौरी पोहा की कहानी
इंदौरी पोहा का इतिहास आजादी के बाद साल 1948 से मिलता है, जब महाराष्ट्र के पुरुषोत्तम जोशी ने इंदौर आकर एक छोटी सी दुकान खोली। दरअसल, महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के निजामपुर में रहने वाले पुरुषोत्तम जोशी काम की तलाश में इंदौर आए। यहां उनकी बुआ रहा करती थी। यहां आकर उन्होंने कुछ समय गोदरेज कंपनी में सेल्समैन के रूप में काम किया, लेकिन वह अपना काम करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने इंदौरियों को पोहे का जायका चखाया। दरअसल, पोहा पहले महाराष्ट्रीयन मारवाड़ी परिवारों तक ही सीमित था, लेकिन पुरुषोत्तम जोशी ने तिलक पथ पर उपहार गृह के नाम से पहली पोहे की दुकान खोली, तब वहां पर 10 से 12 पैसे में एक प्लेट पोहा मिलता था। जिसकी आज कीमत ₹15 प्लेट हो गई है।
पुरुषोत्तम जोशी बताते हैं कि पोहा की दुकान उन्होंने और उनके पिता दत्तात्रेय जोशी ने भी संभाली। इंदौर में लोकल स्वाद को देखते हुए उन्होंने इसमें सेव, प्याज, मूंगफली और मिठास डालनी शुरू की। जिसके चलते उनका स्वाद शहर के हर व्यक्ति की जुबान पर चढ़ गया। खास बात यह है कि इतनी पुरानी दुकान होने के बाद भी आज भी उनकी दुकान पर भीड़ लगी रहती है। पुरुषोत्तम जोशी बताते हैं कि उसल पोहे की शुरुआत उन्हीं की दुकान से हुई, जो इंदौर का एक फेमस नाश्ता है। इसके अलावा पनीर के साथ पोहा सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार इंदौर में रोजाना 170 क्विंटल से ज्यादा पोहे की बिक्री होती है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने चखा पोहे का स्वाद
इंदौरी पोहा पूरे वर्ल्ड में फेमस है क्या आम क्या खास जो भी इंदौर आया उसने इंदौरी पोहे का स्वाद जरूर चखा। 1950 में कांग्रेस के अधिवेशन के दौरान जब पंडित जवाहरलाल नेहरू इंदौर आए तो उन्हें भी पोहा परोसा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी साल 17 वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान इंदौरी पोहे का स्वाद चखा और सभी प्रवासियों से कहा था कि मैं चाहता हूं कि आप इंदौर के पोहे का जरूर आनंद लें। इतना ही नहीं लता मंगेशकर और सोनू निगम जैसे बड़े सेलिब्रिटी यहां का स्वाद चख चुके हैं। टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति में भी इंदौरी पोहे पर सवाल पूछा गया था।