दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे हैं Mumps के केस, ये लक्षण दिखें तो हो जाएं अलर्ट
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तेजी से बढ़ रहे हैं Mumps के केस
Mumps के मामलों में दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। आमतौर पर मम्प्स यानि गलसुआ एक संक्रामक वायरल संक्रमण है जो बच्चों को प्रभावित कर रहा है। ज्यादातर मरीज 6-7 साल की उम्र के बच्चे हैं। साथ ही 18 से 25 साल के बीच के युवा भी इस बीमारी के लिए अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। मार्च 2024 में, केरल में भी Mumps के मामलों में तेज वृद्धि दर्ज की गई थी।
मम्प्स बीमारी क्या है?
मम्प्स एक वायरल बीमारी है जो आमतौर पर लार बनाने वाली ग्रंथियों को प्रभावित करती है जिन्हें पैरोटिड ग्रंथियां कहा जाता है। संक्रमण के कारण ग्रंथियों में दर्द और सूजन हो जाती है। मम्प्स वायरस आम तौर पर खांसने, छींकने या बात करने से निकलने वाली सांस की बूंदों से फैलता है।
पैरोटिड ग्लैंड होती है इफेक्ट
मम्प्स या गलसुआ पैरामाइक्सोवायरस के कारण होता है। आमतौर पर ये सूजन जबड़े के पास होती है। ये दोनों तरफ गालों के साइड मौजूद सलाइवा बनाने वाले पैरोटिड ग्लैंड को प्रभावित करता है। इसे आमतौर पर ठीक होने में 10 से लेकर 12 दिन का समय लगता है।
Mumps के लक्षण
- - चेहरे के एक या दोनों तरफ सूजन
- - चेहरे, जबड़े और कान के पास दर्द
- - बुखार
- - कमजोरी
- - भूख में कमी
- - मांसपेशियों में दर्द
- - थकान
- - कान में दर्द
- - शरीर में दर्द
- - सिरदर्द