सार
गर्मियों की शुरुआत होते ही डिहाइड्रेशन और अन्य तरह की समस्याएं सामने आने लगी हैं। इससे नींद का भी विशेष जुड़ाव है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने से पहले पानी पीना नींद लाने में सहायक हो सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क। नींद शरीर को आराम करने और रिपेयर करने का एक मौका होता है। एक लंबे दिन के बाद यह पूरे शरीर को व्यवस्थित करती है। लेकिन कई मामलों में लोगों के लिए नींद आना काफी मुश्किल है। एक अध्ययन में पाया गया है कि नींद लाने के लिए पानी काफी लाभदायक हो सकता है। यह शरीर को सही कोर तापमान में लाकर नींद बढ़ाने में मदद करता है। यही नहीं, सोने से पहले पानी पीने से मुख्य तापमान नियंत्रित होता है, जो शरीर को आराम देता है।
दिन में साढ़े 4 लीटर पानी जरूरी
तमाम आंकड़ों से पता चलता है कि वयस्कों को अपने शरीर के वजन और गतिविधि के स्तर के आधार पर एक दिन में दो से साढ़े 4 लीटर पानी पीना चाहिए। एक व्यक्ति जितना अधिक क्रियाशील रहता है, उसे उतना ही अधिक पसीना आता है और इसलिए उसे उतना ही अधिक पानी पीने की जरूरत हाती है। गर्मी के महीनों में पसीने के माध्यम से तरल पदार्थ के नुकसान की भरपाई के लिए हाइड्रेटेड रहना आवश्यक है। ऐसा नहीं किया तो यह डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है।
डिहाइड्रेशन के मुख्य लक्षण ...
अत्यधिक प्यास लगाना।
गहरी पीली और तेज महक वाला यूरिन होना।
चक्कर आना या चक्कर आना
थकान महसूस करना।
मुंह, होंठ और आंखें सूखना।
दिन में चार बार से कम या कम बार यूरिन आना।
पानी पीना डिहाइड्रेशन से बचने का सबसे अच्छा तरीका
डिहाइड्रेशन से बचने का सबसे अच्छा तरीका पानी पीना है। हालांकि, इसकी सटीक वजह ज्ञात नहीं है। लेकिन यह काफी देर रात में किए गए भोजन से भी हो सकता है। न्यूरोलॉजिस्ट सोफिया एक्सेलरोड का कहना है कि क्रोनोबायोलॉजी के दृष्टिकोण से जब आप खाते हैं, और जब आप उपवास करते हैं, तो यह स्पष्ट रूप से मेटाबोलिज्म बढ़ाने और अच्छी नींद दोनों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसका मतलब है कम भोजन और केवल सुबह 10 बजे से रात 8 बजे के बीच ही भोजन करना चाहिए।
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जल्दी और तनावमुक्त नींद के लिए कुछ उपाय :
सोने का नियमित समय रखनाध्
एक आरामदायक वातावरण बनाना
चिंताओं को डायरी में लिखना
अधिक व्यायाम करना
कैफीन और शराब का सेवन कम करना।