सार

कोरोना वायरस का संक्रमण बुजुर्गों को होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसकी वजह यह है कि उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है और उन्हें दूसरी बीमारियां भी होती हैं। 

लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस का संक्रमण बुजुर्गों को होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसकी वजह यह है कि उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है और उन्हें दूसरी बीमारियां भी होती हैं। इसलिए उनका खास तौर पर खयाल रखना जरूरी है। अक्सर फैमिली में बुजुर्ग लोग अपने आप को उपेक्षित महसूस करते हैं। यह बात सच है कि उन पर जितना ध्यान देना चाहिए, फैमिली मेंबर्स नहीं देते। वे खुद में ही मशगूल रहते हैं। जानें, कोरोना के इस संकट के दौर में कैसे रखें बुजुर्गों का ध्यान।

1. बुजुर्गों के साथ समय बिताएं
घर के बुजुर्ग लोग अपने आप को उपेक्षित महसूस नहीं करें, इसके लिए आप उनके बीच रोज कुछ समय बिताएं। उनसे बातचीत करें। उनसे पूछें कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं है। अगर उन्हें किसी तरह की समस्या हो तो उसका समाधान करने की कोशिश करें। अगर आप उनसे बात करेंगें तो वे बेहतर महसूस करेंगे। 

2. खाने-पीने का रखें खास ख्याल
बुजुर्ग लोगों के खाने-पीने का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इस समय खास तौर पर उन्हें ऐसी चीजें खाने को दें, जो इम्युनिटी बढ़ाने वाली हों। अभी मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। इसे देखते हुए उन्हें ऐसी चीजें कभी खाने में नहीं दें जो नुकसान कर सकती हों। बुजुर्गों को पौष्टिक और आसानी से पचने वाली चीजें खाने को दें।

3. एक्सरसाइज और योग पर दें ध्यान
लॉकडाउन के पहले अक्सर घर के बुजुर्ग लोग पार्कों में घूमने जाया करते थे। वहां उनका हमउम्र लोगों के साथ अच्छा-खासा वक्त बीत जाता था। अब लॉकडाउन की वजह से वे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे। इससे उनके हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए उन्हें घर पर ही एक्सरसाइज और योग करने के लिए कहें। इससे उनकी फिटनेस बनी रहेगी। 

4. हेल्थ चेकअप और दवाइयां
अक्सर बुजुर्ग लोग डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हाइपर टेंशन, हार्ट डिजीज और दूसरी बीमारियों से पीड़ित होते हैं। काफी लोगों को नियमित दवाइयां लेनी पड़ती हैं। इस समय ऐसा न हो कि कोरोना की वजह से आप इन पर ध्यान नहीं दें। इस समय भी उनका समय-समय पर रूटीन चेकअप कराते रहें और पहले की तरह वे दवाइयां लेते रहें, इसका ध्यान रखें।

5. बुजुर्गों के मनोरंजन का भी ध्यान रखें
लॉकडाउन में ज्यादातर लोग मानसिक रूप से सुस्त होते जा रहे हैं। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि लगातार घर में रहने से लोग तनाव की समस्या के शिकार हो रहे हैं। बुजुर्ग लोगों के साथ यह समस्या ज्यादा गंभीर हो सकती है। इसलिए उनके मनोरंजन का ध्यान रखें। ज्यादातर बुजुर्ग लोग सोशल मीडिया के इस्तेमाल से अनजान होते हैं। उन्हें सोशल मीडिया से जोड़ने की कोशिश करें। उनके लिए म्यूजिक सुनने की व्यवस्था करें। अगर वे कोई इनडोर गेम खेलना पसंद करते हों, तो आप इसमें उनका साथ दे सकते हैं।