सार

मोर की मूर्ति घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा, धन की प्राप्ति, और शांति आती है। जानिए वास्तु के अनुसार मोर की मूर्ति रखने के फायदे और सही जगह।

मोर को भारतीय संस्कृति में सौभाग्य, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसे वास्तु शास्त्र और हिंदू धर्म में भी विशेष महत्व प्राप्त है। मोर की मूर्ति घर में रखने से न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि यह कई तरह से आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी ला सकती है। घर में मोर की मूर्ति रखने से वास्तु दोष दूर होते हैं और घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है। यह न केवल आपके घर को खूबसूरत बनाती है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा का भी स्रोत होती है। सही दिशा में और सही तरीके से रखी गई मोर की मूर्ति आपके जीवन में सुख और समृद्धि ला सकती है। आइए जानते हैं घर में मोर की मूर्ति रखने से होने वाले फायदे और वास्तु से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।

घर में मोर की मूर्ति रखने के फायदे

1. पॉजिटिव एनर्जी का संचार:

मोर की मूर्ति घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह घर में सुख-शांति बनाए रखने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करती है। खासकर, मोर को अपने घर के मुख्य द्वार या पूजा स्थल के पास रखने से घर में समृद्धि और खुशी आती है।

2. धन की प्राप्ति और समृद्धि में वृद्धि:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, मोर की मूर्ति घर में रखने से धन की वर्षा होती है। यह विशेष रूप से आर्थिक समृद्धि में वृद्धि करने में मदद करती है। मोर के पंखों की तरह फैलते हुए रूप को धन और संपत्ति के प्रवाह से जोड़ा जाता है, और इसे घर में रखना लक्ष्मी जी की कृपा को आकर्षित करता है।

3. घर में शांति और सौहार्द का वातावरण:

मोर का रूप और उसका स्वभाव सौम्यता का प्रतीक है। घर में मोर की मूर्ति रखने से परिवार के बीच प्रेम और सामंजस्य बना रहता है। यह घरेलू झगड़ों और तनाव को कम करने में मदद करती है और परिवार में खुशी और शांति का माहौल बनाती है।

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4. स्वास्थ्य में सुधार:

मोर को स्वास्थ्य के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। इसके पंखों के फैलाव को अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। अगर घर में कोई व्यक्ति बीमार रहता है, तो मोर की मूर्ति रखने से उसके स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यह ऊर्जा और शक्ति का संचार करता है, जो शरीर को ठीक करने में मदद करता है।

5. वास्तु दोषों का निवारण:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, मोर की मूर्ति का सही स्थान पर रखनासे घर में स्थित वास्तु दोषों का निवारण होता है। इसे घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में रखने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। मोर की मूर्ति को कभी भी शौचालय या रसोईघर में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है।

6. प्यार और रिश्तों में मजबूती:

मोर की मूर्ति रखने से रिश्तों में प्यार और विश्वास बढ़ता है। यह प्रेम, रोमांस और परिवार के रिश्तों को मजबूत करता है। इसे पति-पत्नी के बेडरूम में रखने से उनके रिश्ते में सामंजस्य और प्यार बढ़ता है। यह रिश्तों में समझ और सहयोग को बढ़ावा देता है।

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घर में मोर की मूर्ति का सही स्थान

  • वास्तु शास्त्र में मोर की मूर्ति रखने के लिए कुछ विशेष स्थान बताए गए हैं:
  • मुख्य द्वार के पास: मोर को घर के मुख्य द्वार के पास रखना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में शुभ ऊर्जा का प्रवाह होता है और नकारात्मकता बाहर रहती है।
  • पूजा स्थल: पूजा स्थल पर मोर की मूर्ति रखने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और घर में धार्मिक वातावरण बना रहता है।
  • दक्षिण-पश्चिम दिशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार, मोर की मूर्ति को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखने से घर में समृद्धि और शांति बनी रहती है।

घर में कैसा मोर की मूर्ति रखें?

  • मोर की मूर्ति का आकार और प्रकार भी महत्वपूर्ण होता है:
  • कांच या धातु की मूर्ति: कांच या धातु की बनी मोर की मूर्तियां खासतौर पर प्रभावी मानी जाती हैं। ये अधिक ऊर्जा का संचार करती हैं और घर में सकारात्मकता का वातावरण बनाती हैं।
  • पंख वाले मोर की मूर्ति: पंखों वाले मोर की मूर्ति को विशेष रूप से घर में रखने के लिए शुभ माना जाता है, क्योंकि यह समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक होता है।

मोर की मूर्ति रखें तो इन बातों का रखें ध्यान

  • मोर की मूर्ति को हमेशा स्वच्छ और आकर्षक रूप में रखें।
  • मूर्ति को कभी भी शौचालय या रसोई में नहीं रखें।
  • मोर की मूर्ति को कभी भी सीधे जमीन पर न रखें, इसे एक सुंदर और उपयुक्त स्थान पर रखें।