बाथरूम की सफाई का 10 रुपए वाला चमत्कारी तरीका!
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किसी भी घर की साफ़-सफ़ाई का मतलब सिर्फ़ उसे सजाना नहीं होता है। हम अपने घर को चाहे जितना सुंदर बना लें, अगर हमारा बाथरूम और टॉयलेट साफ़ नहीं है, तो सब बेकार है। क्योंकि हमारा बाथरूम और टॉयलेट ही हमारी स्वच्छता का असली आईना होते हैं।
जब हमारे घर मेहमान आते हैं, तो बाथरूम ही बताता है कि हम कितने साफ़-सुथरे इंसान हैं। अगर आपका बाथरूम या टॉयलेट गंदा होगा, तो शायद ही कोई आपके घर पर रुकना चाहेगा।
हमें मेहमानों को इम्प्रेस करने के लिए घर साफ़ करने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन अपने घर को पसंद करने के लिए, उसे साफ़-सुथरा रखना ज़रूरी है। अपने घर को साफ़ रखने से हम कीटाणुओं से बच सकते हैं। नहीं तो हमें त्वचा संबंधी बीमारियाँ भी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए घर को साफ़ रखना बहुत ज़रूरी है।
घर की सफ़ाई करना हर किसी के लिए आसान काम नहीं होता है। कुछ लोगों को छोटे-मोटे काम करने में भी आलस आता है। कुछ लोग तो आलस की वजह से घर की सफ़ाई ही नहीं करते हैं। लेकिन अगर आप आसान तरीकों से घर की सफ़ाई करने की आदत डाल लें, तो यह समस्या ही नहीं रहेगी।
बाथरूम की दीवारों को साफ़ करने में बहुत समय लगता है। क्या आप यकीन करेंगे कि नमक के पानी, गंदगी से सनी दीवारों को कुछ ही मिनटों में साफ़ किया जा सकता है? हाँ, बिलकुल किया जा सकता है। और तो और, यह काम बहुत ही कम ख़र्च में, यानी सिर्फ़ 10 रुपये में हो सकता है। अगर आपके पास ईनो (ENO) के दो पैकेट हैं, तो आप 10 मिनट के अंदर अपने बाथरूम को चमका सकते हैं।
ईनो एक एंटासिड है। इसका इस्तेमाल सीने में जलन और अपच जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। यह पेट में बनने वाले एसिड को बेअसर करने में मदद करता है। आज भी लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब लोग इससे सिर्फ़ पेट ही नहीं, बल्कि बाथरूम और टॉयलेट की सफ़ाई भी करते हैं।
ईनो घर के फ़र्श को साफ़ करने और जिद्दी दाग-धब्बों को हटाने में बहुत कारगर है। यह दुर्गंध को दूर करने में भी मददगार है। इतना ही नहीं, ईनो (ENO) ग्राइंडर, मिक्सर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और पाइपों में जमी गंदगी को साफ़ करने में भी मदद करता है। यहाँ जानें कि इसका इस्तेमाल कैसे और कहाँ करना है।
बाथरूम की सफ़ाई:
बाथरूम में जमे सख्त पानी के दाग, साबुन के दाग, गंदगी और फफूंदी को साफ़ करने के लिए ईनो बहुत मददगार है। इसके लिए सबसे पहले बाथरूम या टॉयलेट की दीवारों को बिना पानी के सुखा लें। फिर एक स्प्रे बोतल या डिब्बे में पानी भर लें। इसमें नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएँ। अब इसमें एक नींबू का रस निचोड़ें। इसके बाद, इसमें ईनो के दो पैकेट डालें। अब इसमें थोड़ा सा बेकिंग सोडा, विम या कोई भी साबुन का घोल डालकर अच्छी तरह मिलाएँ।
इस घोल को दीवारों पर लगाकर अच्छी तरह रगड़ें। ऐसा करते समय हाथों में पॉलिथीन कवर या दस्ताने ज़रूर पहनें। इसे कभी भी खाली हाथ न करें। इस घोल को अच्छी तरह रगड़ने से दीवारों पर लगी गंदगी आसानी से निकल जाएगी। आप खुद यकीन नहीं कर पाएँगे कि आपका बाथरूम इतना चमक सकता है।
ईनो के अन्य उपयोग:
ईनो का इस्तेमाल सिर्फ़ बाथरूम और टॉयलेट की सफ़ाई के लिए ही नहीं, बल्कि किचन की सफ़ाई के लिए भी किया जा सकता है। यह सिंक और बर्तन रखने की जगह को साफ़ करने में मदद करता है। यह कपड़ों पर लगे जिद्दी और सख्त दागों और दुर्गंध को दूर करने में भी मदद करता है। यह कंबल, कालीन जैसी चीज़ों पर लगे दाग-धब्बों और दुर्गंध को पूरी तरह से दूर कर देता है। ईनो की मदद से कीड़े-मकोड़ों को भी दूर भगाया जा सकता है। रात में चींटियों और अन्य कीड़ों को भगाने के लिए ईनो बहुत काम आता है।
बगीचे में ईनो का इस्तेमाल करने से मिट्टी का पीएच (pH) संतुलित रहता है। इससे पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है।
सावधानियाँ:
1. इस्तेमाल करने से पहले निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
2. सफ़ाई करते समय दस्ताने ज़रूर पहनें। आँखों की सुरक्षा के लिए चश्मा भी पहनें।
3. ईनो (ENO) के पाउडर को सूंघना नहीं चाहिए। इसलिए मास्क ज़रूर पहनें।
ईनो से क्या-क्या साफ़ कर सकते हैं?
1. शीशे
2. रंगीन दीवारें
3. कांच की बोतलें, प्लेट
ईनो का इस्तेमाल किन चीज़ों पर नहीं करना चाहिए?
ईनो का इस्तेमाल ग्रेनाइट के फ़र्श पर नहीं करना चाहिए। एल्युमीनियम या क्रोम जैसी चीज़ों पर भी ईनो का इस्तेमाल न करें। चीनी मिट्टी के बर्तनों या नाजुक सतहों पर भी इसका इस्तेमाल न करें।
अगर आप ऊपर बताई गई किसी भी चीज़ पर ईनो का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, तो आप बेकिंग सोडा और पानी को मिलाकर एक पेस्ट बना लें और उससे दीवारों को साफ़ करें। सफ़ेद सिरके को पानी में मिलाकर भी सफ़ाई की जा सकती है।
याद रखें:
बाथरूम को रोजाना साफ़ करने से गंदगी जमने नहीं पाती है। ईनो के घोल का इस्तेमाल कभी भी खाली हाथ न करें। दस्ताने पहनकर स्क्रब का इस्तेमाल करें। ईनो के घोल को पहले किसी छोटी सी जगह पर आज़माकर देखें। उसके बाद ही इसे पूरी जगह पर लगाएँ।