Bal Krishna Janmastami Mehndi Designs: जन्माष्टमी के मौके पर भी भक्त अपने लाडले गोपाल के नाम की मेहंदी लगाते हैं। ऐसे में इश बार बेल या अरेबिक नहीं, लगाएं बाल कृष्ण के मेहंदी डिजाइन।

Simple Janmashtami Mehndi Designs: जन्माष्टमी का त्योहार सिर्फ व्रत, सजावट और भजन की धुन तक सीमित नहीं है, बल्कि इस दिन मेहंदी लगाने का भी खास महत्व होता है। अगर आप इस बार अपनी हथेलियों पर भक्ति और खूबसूरती का मेल चाहती हैं, तो श्री कृष्ण के नाम और उनकी लीलाओं से प्रेरित मेहंदी डिजाइन आपके लिए एकदम परफेक्ट ऑप्शन है। इसलिए आज हम आपके लिए लाए हैं जन्माष्टमी के लिए मेहंदी के सिंपल डिजाइन जो देखने में बेहद सुंदर लगते हैं और त्योहार के रंग को दोगुना कर देते हैं।

जन्माष्टमी के लिए मेहंदी डिजाइन

बाल कृष्ण मेहंदी डिजाइन

  • छोटे-छोटे मोर पंख, बांसुरी और कान्हा की प्यारी सी आकृति के साथ ये सिंपल डिजाइन।
  • फ्रंट हैंड पर हथेली के बीच में कान्हा का चेहरा और चारों ओर फ्लोरल पैटर्न बना सकते हैं।
  • बैक हैंड पर बांसुरी और मोर पंख का कॉम्बिनेशन बहुत सुंदर लगगे।

राधा कृष्ण मेहंदी डिजाइन

  • हथेली में राधा-कृष्ण की सिलुएट (शैडो आर्ट) और चारों तरफ बेल-बूटे।
  • बैक हैंड पर मोर पंख, कमल और बांसुरी के मोटिफ्स जोड़कर डिजाइन को फेस्टिव टच दे सकते हैं।
  • उंगलियों पर छोटे-छोटे फूल और डॉट पैटर्न डालकर डिजाइन को पूरा करें आप चाहें तो 3डी पैटर्न में भी मेहंदी लगा सकती हैं।

बाल कृष्ण लीला मेहंदी डिजाइन

  • इसमें कान्हा की अलग-अलग लीलाओं को छोटे-छोटे सीन की तरह हथेली में बनाया जाता है।
  • जैसे – यशोदा मैया के साथ कान्हा, गोपियों के साथ नृत्य करते हुए कान्हा, या ग्वालबालों के साथ खेलते कान्हा।
  • बैक हैंड में गोल चकरी पैटर्न के बीच में मोर पंख और माखन की हांडी वाली डिजाइन बनाएं।

बाल कृष्ण माखन चोरी मेहंदी डिजाइन

  • फ्रंट हैंड पर हथेली के बीच ग्वाल-बाल संग कान्हा माखन चोरी कर खाते हुए और चारों ओर पॉट, मोर पंख, बटर बॉल्स का पैटर्न।
  • बैक हैंड पर चोटी से जुड़े छोटे-छोटे पॉट और बांसुरी का डिजाइन।
  • इस डिजाइन में गोलाई और मोटिफ्स भरपूर होने से यह काफी फुल-हैंड मेहंदी लुक देता है।

टिप-

  • मेहंदी लगाने से पहले हाथों को अच्छे से धो लें और कोई भी क्रीम न लगाएं।
  • डिजाइन में बारीक डिटेल्स के लिए पतले कोन का इस्तेमाल करें।
  • मेहंदी सूखने के बाद नींबू-शक्कर का घोल लगाकर रंग को गहरा करें।