सार

भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र के अलावा भी कई चीजें प्रिय हैं। शिव पुराण के अनुसार, कनेर, आंकड़ा, शमी, धतूरा और पारिजात के फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं।

सावन, प्रदोष और सोमवार के अलावा भगवान शिव की पूजा हर एक दिन होती है। भगवान शिव को सभी देव में सबसे सरल और सीधा बताया गया है। भोलेनाथ अपने भक्त के द्वारा अर्पित किए गए मात्र एक लोटे जल से प्रसन्न हो जाते हैं। भोलेनाथ की पूजा सरल है, वैसे तो भगवान शिव की पूजा एक लोटे जल मात्र से संपन्न हो जाती है, लेकिन क्या आपको पता है कि भगवान शिव को एक लोटा जल के अलावा ये चीजें भी भोलेनाथ को बहुत प्रिय है। क्या आपको पता है कि भगवान शिव को एक लोटा जल और बेलपत्र के अलावा और क्या चीज पसंद है। आज के इस लेख में हम आपको भगवान शिव को बहुत अधिक प्रिय इन पांच तरह के फूलों के बारे में बताएंगे। भगवान शिव को प्रिय इन पांच फूलों के बारे में शिव पुराण की कथा में कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने भगवान शिव को प्रिय इन पांच फूलों के बारे में बताया है। चलिए इस लेख में हम इन पांच फूलों के बारे में जानते हैं।

ये है भगवान शिव के प्रिय पांच फूल

कनेर का फूल

शिव पुराण और शिव मानस पूजा में कनेर भगवान शिव की पूजा में कनेर के फूल का वर्णन मिलता है। कनेर का फूल लाल, सफेद और पीले, ये तीन रंग में पाया जाता है। कनेर के फूल भगवान शिव को बहुत प्रिय है। सावन, सोमवार, प्रदोष और महाशिवरात्रि समेत अन्य शिव पूजा में कनेर के फूल का उपयोग होता है। कनेर के फूल का उपयोग आप सभी तरह के शिव पूजा में कर सकते हैं।

आंकड़े का फूल

आंकड़े का फूल जिसे मदार का फूल भी कहा जाता है। यह दो से तीन तरह का होता है, जिसमें सफेद आकड़ा, बैंगनी आंकड़ा और छोटे आंकड़े का फूल है। आंकड़े का फूल भगवान शिव को बहुत प्रिय है, आप इसका माला या फूल के रूप में इस्तेमाल कर भगवान शिव को अर्पित कर सकते हैं। आंकड़े का फूल ही नहीं इसका पत्ता भी भगवान शिव की पूजा में इस्तेमाल होता है। आप शिव पूजा में या सोमवार के दिन मदार का फूल पूजा के लिए और आंकड़े के पत्ते में चंदन से राम-राम लिखकर अर्पित कर सकते हैं।

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धतूरा

धतूरे का फूल और पत्ता इन दोनों का इस्तेमाल शिव जी की पूजा में होता है। भगवान शिव और धतूरा का संबंध पुराणों में समुद्र मंथन में शिव विषपान से जोड़ा जाता है। धतूरा का पल, फूल और पत्ता इन तीनों को जब हम शिवलिंग पर अर्पित करते हैं, तो शिव जी भक्तों से प्रसन्न होते हैं और उनकी पूजा स्वीकारते हैं।

शमी का फूल

शिव जी को कनेर और आंकड़े की तरह शमी का फूल और पत्ता बहुत प्रिय है। आप शमी के फूल एवं पत्ते को अन्य फूल और बेलपत्र के साथ शिव जी को अर्पित कर सकते हैं। शमी का फूल हर मौसम नहीं खिलता है, ऐसे में जब शमी का फूल न मिले तो आप शमी के पत्ते का इस्तेमाल शिव पूजा के लिए कर सकते हैं।

पारिजात

पारिजात का फूल भी शिव जी को बेहद प्रिय है, शिव जी पारिजात के पुष्प की माला और उसके नारंगी भाग से घिसे हुए चंदन को बहुत पसंद करते हैं। वैसे तो यह फूल भाद्रपद की कृष्ण पक्ष से खिलना प्रारंभ होती है, जो कि कार्तिक और कुछ दिन पौष मास में खिलती है।

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