सार

शास्त्रों के अनुसार, सूर्यास्त के बाद कुछ कार्यों को करने से आपके जीवन में परेशानी, दरिद्रता और दुख का कारण बनता है। इस समय देवी लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए, न कि सोना चाहिए या घर की सफाई करनी चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है।

प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसका और उसके परिवार का भला हो। आर्थिक रूप से मजबूत हो। स्वस्थ और सुखी रहे। इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत भी करता है। लेकिन कई बार लाख कोशिशों के बाद भी हम जैसा चाहते हैं वैसा जीवन जी नहीं पाते हैं। उनके जीवन में हमेशा परेशानियां बनी रहती हैं। उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र कहता है कि हमारी छोटी-छोटी गलतियां ही हमारे लिए परेशानी का कारण बनती हैं। कुछ काम ऐसे होते हैं जिन्हें खासतौर पर शाम के समय भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। 

सूर्यास्त के समय सोना नहीं चाहिए। इस समय देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए। इस समय देवी लक्ष्मी को सोना बिल्कुल भी पसंद नहीं है। ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है। 

सूर्यास्त के समय कपड़े धोना बेहद अशुभ होता है। इसकी बजाय शाम होने से कुछ घंटे पहले ही कपड़े धोने का काम निपटा लेना चाहिए। शाम या रात को कपड़े धोने से नकारात्मकता बढ़ती है।

शाम के समय भूलकर भी घर में झाड़ू-पोछा नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि देवी लक्ष्मी का वास उन्हीं जगहों पर होता है जो साफ-सुथरी होती हैं। इसलिए दिन में ही सफाई का काम निपटा लें। शाम के समय घर की सफाई करने से धन की प्राप्ति नहीं होती है। मान-सम्मान नहीं मिलता है। बल्कि घर में कलह क्लेश बना रहता है।

स्त्री और पुरुष को शाम के समय शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। इससे जहां देवी-देवता नाराज होते हैं वहीं इस समय जो संतान पैदा होती है उसका जीवन भी कष्टों से भरा होता है। शाम के समय पैसों का लेन-देन नहीं करना चाहिए। इससे देवी लक्ष्मी नाराज होकर वहां से चली जाती हैं।