सार
गुड़हल का पौधा लगभग सभी घरों में होता ही है। दिखने में खूबसूरत होने के साथ-साथ इस पेड़ में फूल भी बहुत अच्छी मात्रा में खिलता है। जल्द ही पितृ पक्ष के बाद नवरात्रि प्रारंभ हो जाएगी। नवरात्रि के इस खास समय में मां भगवती दुर्गा को लाल गुड़हल का फूल बहुत अधिक प्रिय है। ऐसे में यदि आपके घर में गुड़हल का पेड़ या पौधा है और उसमें फूल नहीं खिल रहा है, तो आप अपने रसोई में रखी इन चीजों का इस्तेमाल कर कुछ ही दिनों में दुर्गा मां की पूजा के लिए टोकरी भर-भर के फूल इकट्ठा कर सकते हैं। चलिए तो इस फ्री के तरीके को जानें और पौधे को फूलों से भर दें।
गुड़हल के पौधे में डालें किचन में रखी ये चीजें
चाय की पत्ती:
इस्तेमाल की हुई चाय की पत्तियां पौधों के लिए बेहतरीन खाद बन सकती हैं। ऐसे में आप उपयोग की गई चाय की पत्ती को पानी में धोकर गुड़हल के पौधे की जड़ में डालें। यह खाद के रूप में काम करेगी और पौधे में खूब सारे फूल खिलेंगे।
अंडे के छिलके:
अंडे के छिलके में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है, यदि आप इसे अच्छे से पीसकर पौधे की जड़ में डालते हैं, तो यह पौधे की जड़ों को मजबूत बनाते हैं। अंडे के छिलके को बेकार समझ कर फेंके नहीं और इसे खाद के रूप में पौधे की जड़ों में डालें।
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दही:
दही में मौजूद बैक्टीरिया मिट्टी की उर्वरता बढ़ती हैं। ऐसे में यदि रसोई में रखी हुई दही खराब हो गई है, या फिर खट्टी हो गई है, जिसे अब खाया नहीं जा सकता है, तो आप उसे फेंकने के बजाए पानी में घोलकर जड़ एवं पौधों में स्प्रे करें। यह पौधे में मौजूद कीड़े को दूर करती है और जड़ को मजबूत बनाकर नई-पत्ती और डाली उगाती है।
गुड़:
गुड़ का घोल पौधे में सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ाता है, जिससे पोषण बेहतर मिलता है। गुड़ को पानी में घोलकर जड़ में डालें, इससे पौधे में अच्छी मात्रा में फूल खिलेंगे। इसके अलावा पौधे की जड़ में अधिक मात्रा में गुड़ ना डालें, इससे चींटियां आएंगी और जड़ को काट सकती है।
केला और उसके छिलके:
केले के छिलके में पोटेशियम और फास्फोरस की भरपूर मात्रा होती है, जो फूलों के विकास के लिए अच्छे होते हैं। ऐसे में जब आप केला खा लें तो उसे रातभर के लिए पानी में छोड़ दें और उस पानी को छिलके के साथ मसल कर जड़ में डालेंगे, तो इससे भी पेड़ में खूब सारे फूल खिलेंगे।
चावल-दाल का पानी:
चावल या दाल धोने का पानी पौधों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर होता है। बहुत से लोग चावल और दाल को धोने के बाद उस पानी को फेंक देते हैं, इसे आप रोजाना गुड़हल के जड़ में डालें। इससे भी पेड़ में भरपूर मात्रा में फूल खिलेंगे।
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लहसुन का पानी:
कीटों से बचाने और मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने में मदद करता है। आप लहसुन को कुचलकर रात भर के लिए पानी में छोड़ दें, फिर इसे सुबह जड़ में डालें, इससे भी पौधे के जड़ में मौजूद कीटों से छुटकारा मिलेगा और पौधे में फूल खिलेंगे।
छाछ:
पौधे की मिट्टी में सूक्ष्म जीवों को बढ़ाने में सहायक है। ऐसे में आप छाछ को स्प्रे बॉटल में भरकर पौधे और उसकी जड़ में अच्छे से डालें और छोड़ दें। पौधे की ग्रोथ और कीटों से छुटकारा पाने का यह बढ़िया तरीका है।
सब्जियों के छिलके:
इन्हें खाद बनाकर पौधों को पोषण दिया जा सकता है। इसके लिए आप किसी पॉलीथीन में फल और सब्जी के छिलके को स्टोर करें और जब वह पूरी तरह से सड़ जाए तो उसमें खाद मिलाकर जड़ में डालने से यह नेचुरल खाद की तरह काम करेगा।