सार

कई बॉलीवुड सेलेब्स ने शादी से पहले लिव-इन में रहने का फैसला लिया, लेकिन उनका रिश्ता शादी तक नहीं पहुंच सका। जानें इन रिश्तों के बारे में और समझें लिव-इन के फायदे और नुकसान।

रिलेशनशिप डेस्क. शादी से पहले साथ रहना हमारी संस्कृति में वर्जित है। दो दिल मिल तो जाते थे, लेकिन तन का मिलन शादी के बाद ही होता है, ये कहा गया है। लेकिन आज के दौर में लोग पुरानी तमाम परंपराओं को तोड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं। युवाओं में लिव इन में रहने का ट्रेंड बढ़ रहा है। लड़के-लड़कियों को लगता है कि साथ रहने से वो पार्टनर के हर आदत से वाकिफ हो सकेंगे और इसके बाद शादी करने या नहीं करने का फैसला लेंगे। बॉलीवुड के कई ऐसे सेलेब्स हैं जो लिव इन में रह चुके हैं। लेकिन उनका प्यार शादी के मंजिल तक नहीं पहुंचा। आइए जानें उन 8 सेलेब्स के बारे में जो लिव-इन में रहे लेकिन एक-दूसरे से शादी नहीं की, साथ ही समझें कि लिव-इन में रहना कितना सही है और कितना गलत।

सलमान खान-ऐश्वर्या राय

सलमान खान 90 के दशक में संगीता बिजलानी के साथ लिव इन में रहे। इनकी शादी के कार्ड भी छप गए थे। लेकिन इनकी शादी किसी रिजन से नहीं हो पाई। दोनों अलग हो गए। इसके बाद सलमान का प्यार ऐश्वर्या राय के साथ परवान चढ़ा। दोनों को एक साथ देखकर फैंस खुश होते थे। उन्हें लगा था कि ये जोड़ी एक दूजे के लिए ही बनी है। लेकिन कहा जाता है कि सलमान खान डोमिनेट नेचर के थे जिसकी वजह से ऐश्वर्या उनसे दूर हो गई । भले ही आजतक सलमान खान सिंगल हैं, लेकिन ऐश्वर्या अपनी जिंदगी में अभिषेक बच्चन के साथ आगे बढ़ गईं। उनकी एक प्यारी सी बेटी आराध्या भी है।

रणबीर कपूर-दीपिका पादुकोण

रणबीर कपूर पहले दीपिका पादुकोण के साथ और बाद में कैटरीना कैफ के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहे। लेकिन इन दोनों के साथ भी रणबीर की नहीं बनी। उनका ब्रेकअप हो गया। आज तीनों की अपनी अलग दुनिया है।

जॉन अब्राहम और बिपाशा बसु

जॉन अब्राहम और बिपाशा बसु एक दशक तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहे। इस जोड़ी को बॉलीवुड की पावर कपल के रूप में देखा जाता था, लेकिन उनके रिश्ते का अंत शादी से नहीं हुआ और दोनों ने अलग राहें चुन लीं।

शाहिद कपूर और करीना कपूर

शाहिद कपूर और करीना की लव स्टोरी भला कौन भूल सकता है। दोनों एक दूसरे के साथ लंबे समय तक लिव इन में रहे। लेकिन इनका भी रिश्ता सफल नहीं रहा। दोनों अलग हो गए। करीना सैफ के साथ आज खुशहाल जिंदगी जी रही हैं। वहीं शाहिद मीरा राजपूत और बच्चों के साथ खूबसूरत जिंदगी जी रहे हैं।

लिव इन में रहने वाले ये नाम भी हैं शामिल

इसके अलावा अभय देओल-प्रीति देसाई लिव इन में रहें और इनका रिश्ता लंबे समय तक चला। लेकिन शादी पर जाने से पहले ही इनका रिश्ता टूट गया। आमिर खान और ब्रिटिश जर्नलिस्ट जेसिका हाइन्स का नाम भी लिव-इन रिलेशनशिप में शामिल रहा। दोनों का रिश्ता काफी चर्चा में रहा, लेकिन अंततः दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए। इसके अलावा आदित्य राय कपूर और श्रद्धा कपूर भी 'आशिकी 2' के बाद एक दूसरे के करीब आए। लेकिन इनका रिश्ता भी शादी तक नहीं पहुंचा। इसके अलावा मुग्धा गोडसे और राहुल देव भी लिव इन में रह चुके हैं। बॉलीवुड के ज्यादातर कपल एक दूसरे के साथ रहते हैं। लेकिन सात फेरे लेने से पहले अलग हो जाते हैं। बी-टाउन की लिव इन कहानी अधूरी रह जाती है, लेकिन सवाल है कि क्या यंग जनरेशन जो इस चलन को फॉलो कर रहे हैं उनका फैसला सही होता है। चलिए पहले जानते हैं लिव इन में रहने के फायदे-

एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझने का मौका

लिव इन रिलेशनशिप में रहने से एक दूसरे को जानने का मौका मिलता है। पार्टनर की सही और गलत आदत को जानते हैं। उसके लाइफस्टाइल को देखते हैं। जिससे तालमेल बिठाना आसान हो जाता है। शादी से पहले पार्टनर को जानने से रिश्ता मजबूत होता है और शादी के बाद सबकुछ सही तरीके से चलता है।

अलग होने की आजादी

लिव इन में रहकर आप खुद को आजाद रख सकते हैं। आप एक दूसरे पर हावी नहीं हो सकते हैं। एक दूसरे को कंट्रोल करने की कोशिश नहीं करते हैं। यह रिश्ता समानता पर आधारित होता है।

कोई कानूनी रुकावट नहीं

शादी के बाद कपल को अलग होने के लिए कानूनी रास्ता अपनाना होता है। लेकिन लिव इन में रहने पर आप कभी भी अलग हो सकते हैं। अगर आपस में नहीं बनती है तो बिना किसी कानूनी रुकावट के आप अलग हो सकते हैं।

लिव-इन में रहने के नुकसान

समाज की मंजूरी नहीं

लिव इन में रहने वाले कपल को समाज सही नजरिए से नहीं देखता है। इस रिश्ते की मंजूरी समाज में नहीं होती है। कपल्स को सामाजिक आलोचना का सामना करना पड़ता है। जिससे वो मेंटल डिस्टर्ब भी हो जाते हैं।

कमिटमेंट का अभाव

लिव इन रिलेशनशिप कमिटमेंट नहीं होता है। जिसकी वजह से फ्यूचर का चिंता पैदा हो सकता है। कई बार यह रिश्ता हिंसक रूप भी ले लेता है। बात पुलिस स्टेशन तक पहुंच जाती है।

कानूनी सुरक्षा की कमी

लिव-इन रिलेशनशिप में पार्टनर्स के पास शादी जैसी कानूनी सुरक्षा नहीं होती। अगर संबंध खत्म होते हैं, तो कोई कानूनी मदद आसानी से नहीं मिलती। हालांकि बच्चे होने पर उन्हें तमाम अधिकार जरूर मिलती है।

और पढ़ें:

अनोखा कैंपः हसबैंड को कंट्रोल करने पत्नियां ले रहीं 'सेक्स अपील' की ट्रेनिंग

पत्नी कलिग संग गुजार रही थी शाम, पति ने गुलदस्ता देकर कहा...