सार

एक उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी, तान्या ने अपनी ही मां की ट्रॉफी से हत्या कर दी। यह घटना घरेलू यौन शोषण और उपेक्षा की दर्दनाक कहानी बयां करती है।

रिलेशनशिप डेस्क. रिश्तों के कत्ल की कहानी असम के गुवाहाटी से जुड़ी है। 18 साल की तान्या कुमारी टेनिस की उभरती स्टार थी। कई मेडल और ट्रॉफी जीतने वाली तान्या का भविष्य काफी उज्जवल था अगर उसकी फैमिली का सपोर्ट उसको मिला होता। लेकिन टेनिस स्टार अब वो सलाखों के पीछे हैं। उसने अपनी मां मंजू देवी की हत्या उसी ट्रॉफी से कर दी जिसे वो जीतकर लाई थी कभी। हत्या के पीछे की कहानी दहलाकर रख देगी।

पिता करता था यौन शोषण

तान्या का बचपन काफी डरवाना रहा। जिस पिता के हाथों में उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी थी वहीं उसके साथ घिनौनी हरकत करता था। तान्या का पिता टेनिस कोच है और बेटी को ट्रेनिंग देने के साथ-साथ उसके साथ गलत व्यवहार भी करता था। तान्या अपनी दर्दनाक कहानी मां को बताती थी। लेकिन मां उसकी बातों को सुनकर अनसुना कर देती थी। वो भी पति के खिलाफ जाने की हिम्मत नहीं की। जो मां अपनी संतान की सुरक्षा के लिए किसी से भी लड़ सकती है वहीं मां बेटी के साथ यौन शोषण होते देखती रही। तान्या को उपेक्षा का सामना करना पड़ा।

मां ने छोटे कपड़े पहनने के लिए डांटा

इन तमाम चीजों के बावजूद तान्या आगे बढ़ती गई। टेनिस अच्छा खेलती थी। सवाल है कि फिर वो कातिल कैसे बन गई। दरअसल, बचपन से उसके साथ जो रहो रहा था उसका गुस्सा उसके मन में था। शुक्रवार रात (27 सितंबर) को जब उसकी मां उसे छोटे कपड़े पहनने के लिए डांटी तो वो फूट पड़ी। मां- बेटी में खूब लड़ाई हुई उस वक्त पिता घर से बाहर था। अचानक तान्या ने मां के ऊपर ट्रॉफी से हमला कर दिया। कई बार मां पर वार किया, जिसकी वजह से मौत हो गई। इसके बाद तान्या खून से लथपथ घर से बाहर निकली और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। उसने अपना दोष स्वीकार कर लिया। 

तन्या का दोषी कौन?

तान्या का भविष्य अब अंधेरे में हैं। लेकिन अगर मां उसके साथ खड़ी रहती तो शायद ये दिन नहीं आता। माता-पिता बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं। लेकिन इस तरह की घटना समाज के लिए चेतावनी है कि बच्चों की ठीक से परवरिश की जाए। मर्यादा का ख्याल रखा जाए। जो गलत है उसे सजा जरूर दिलानी चाहिए चाहे वो कोई अपना ही क्यों ना हो। वहीं तान्या ने भी जो किया उसे सही नहीं ठहराया जा सकता है। वो मदद के लिए कानून का सहारा भी ले सकती थी।

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