सार
20 साल की बेटी की हत्या करके पिता ने शव को गंडक नदी में फेंक दिया। लेकिन कहते हैं ना जुर्म छुपता नहीं है। चौकीदार की सूचना के आधार पर ना सिर्फ शव को बरामद कर लिया गया है, बल्कि हत्या मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
रिलेशनशिप डेस्क. जिस पिता के साये में वो खुद को महफूज समझती थी, उसी ने उसकी जिंदगी छीन ली। 20 साल की लड़की की गलती सिर्फ इनती थी कि उसने किसी से प्यार किया और घरवालों की गैरमौजूदगी में घर में मिलने बुलाया। मामला यूपी के कुशीनगर से जुड़ा है। चौकीदार की सूचना के बाद पुलिस ने शव को बरामद कर लिया। इसके साथ ही लड़की की मौत के जिम्मेदार 3 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। आइए बताते हैं वारदात की पूरी कहानी।
क्या है पूरा मामला
14 फरवरी राजपुर बगहा गांव में कन्हैया यादव की फैमिली के साथ शादी समारोह में गया था। उसकी 20 साल की बेटी रूबी खाना बनाने के लिए घर पर ही रूक गई। दोपहर में वह अकेली थी। 1 बजे के आसपास कन्हैया लाल अचानक घर पहुंचे। वहां पर वो अपनी बेटी को किसी युवक के साथ पाया। जिसके बाद उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। रूबी के पिता को देखकर युवक वहां से फरार हो गया। लेकिन कन्हैया का गुस्सा रूबी पर फूटा। उसने उसे पहले तो खूब मारा। जिसकी वजह से वो बेहोश हो गई। इसके बाद उसने बेटी का गला मोड़कर तोड़ दिया। जिसकी वजह से रूबी की मौत हो गई। वारदात के वक्त कन्हैया का बेटा राहुल और भरत आ गए। बाप ने दोनों बेटों को सारी बात बताई। जिसके बाद तीनों ने मिलकर शव को ठिकाने लगाने की सोची। उन्होंने शव को बोरे में भरकर रात को नवरजोत बांध से गडंक नदी में फेंक दिया।
पत्नी को बताई झूठी कहानी
पत्नी जब घर पर आई और रूबी के बारे में पूछा तो कन्हैया ने झूठ बोलते हुए कहा कि बेटी का चक्कर किसी लड़के के साथ चल रहा था। वो उसके साथ भाग गई है। इस वजह से वो काफी गुस्से में है। जिसके बाद पत्नी कुछ बोल नहीं पाई। लेकिन जुर्म छुपाना आसान नहीं होता है। चौकीदार की नजर में कन्हैया का जुर्म आ गया और उसने पुलिस को इस बारे में बताया। जिसके बाद मृतका के पिता कन्हैया यादव, चाचा भरत यादव, छोटे भाई राहुल यादव पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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