सार

द्वापर युग में पांडवों ने जुएं में अपनी पत्नी को दांव पर लगा दिया था। तब  द्रौपदी की लाज बचाने के लिए कृष्ण आए थे। लेकिन कलयुग में एक 'द्रौपदी' न्याय की गुहार लगा रही है। जिसके पति ने दोस्तों को उसका चीरहरण करने के लिए सौंप दिया था।

रिलेशनशिप डेस्क.वो कलयुग का पति है, जिसने जुएं में अपनी पत्नी को दांव पर लगा दिया। रिश्ते की हर उस मर्यादा को भंग कर दिया जिससे पति-पत्नी का रिश्ता जुड़ा होता है। कहानी यूपी के रामपुर के शाहबाद थाना क्षेत्र की है। जहां कलयुग की 'द्रौपदी' अपने शैतान पति को दंडित करने के लिए गुहार लगा रही है। उसे खुद की और अपने 3 बच्चों के भविष्य की भी चिंता होने लगी है। आइए पूरी कहानी जानते हैं।

पीड़िता की मानें तो साल 2013 में उसकी शादी हुई थी। कई सपने संजोए वो ससुराल पहुंची थी लेकिन उसका कोई भी सपना पूरा नहीं हुआ। ससुराल जाते ही दहेज के लिए ससुरालवाले प्रताड़ित करते रहे। पति को जुए की लत थी। बावजूद वो ससुराल में एडजस्ट करती रही। इस बीच तीन बच्चे भी हो गए। लेकिन फिर भी पति ने जुआ खेलना नहीं छोड़ा। वो महिला के जेवरात के साथ-साथ 12 बीघा जमीन जुएं में हार चुका है।

महिला की गुहार और पुलिस की कार्रवाई

हद तो तब हो गई जब उसने जुएं में पत्नी को दांव पर लगा दिया। हार जाने पर वो दोस्तों के साथ संबंध बनाने का दबाव डालता है। उसके दोस्त भी उसकी इज्जत के साथ खिलवाड़ करते हैं। महिला ने बताया कि जब इसका विरोध करती है तो उसके साथ पति मारपीट करता है। जिससे परेशान होकर पुलिस के पास गुहार लगाई है। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि पूरे मामले की जांच करने के बाद दोषी पाए गए सभी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

सवाल और सामाजिक चेतना

यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है। ऐसी घटनाएं न केवल रिश्तों की पवित्रता को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले अत्याचार की हकीकत को भी उजागर करती हैं। इस घटना से हमें सीखना चाहिए कि किसी भी रिश्ते में सम्मान, प्यार और विश्वास की अहमियत क्या होती है, और कैसे इसे बनाए रखना चाहिए।पीड़िता अब अपने और अपने बच्चों के भविष्य की चिंता में डूबी हुई है, लेकिन उसे उम्मीद है कि कानून उसके साथ न्याय करेगा और उसके शैतान पति को उसकी गलतियों की सजा मिलेगी।