सार

Special Love Story : गुजरात में एक बूढ़े जोड़े की शादी चर्चा में है. 80 साल की उम्र में शादी के बंधन में बंधकर, उन्होंने युवाओं को प्यार का पाठ पढ़ाया है. 
 

Unique Love Story : वह हर्ष जैन हैं. वह मृदु, एक ब्राह्मण लड़की है. दोनों की उम्र 80 के आसपास है. अब दोनों पारंपरिक तरीके से शादी के बंधन में बंध गए हैं. परिवार के सदस्यों के सामने, सभी रीति-रिवाजों का पालन करते हुए शादी करने वाले जोड़े की खुशी में बच्चे और पोते-पोतियां शामिल हुए. हर्ष और मृदु की प्रेम कहानी अद्भुत है. शादी के एक महीने बाद मामूली कारणों से तलाक लेने वाले आज के युवाओं को इस जोड़े ने वैवाहिक जीवन का पाठ पढ़ाया है.

हर्ष - मृदु की प्रेम कहानी क्या है? : हर्ष और मृदु का प्यार स्कूल के दिनों में ही परवान चढ़ा था. दोनों एक-दूसरे को प्रेम पत्र बांटते थे और एक-दूसरे के इतने करीब थे कि एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे. मृदु के परिवार को प्यार के बारे में पता चला. यह आज का समय नहीं था. 1961 का साल था. तब प्यार-मोहब्बत को मंजूरी नहीं मिलती थी. खासकर अलग जाति के लड़के-लड़की की शादी होना बहुत मुश्किल था. लेकिन हर्ष और मृदु का प्यार अटूट था. वे एक-दूसरे के बिना नहीं जी सकते थे. इसलिए दोनों ने एक कठिन फैसला लिया था. वे अपने परिवार की इच्छा के खिलाफ चले गए थे. प्यार के लिए घर छोड़ने वाले इस जोड़े ने 1961 में नई जिंदगी शुरू की थी. 

बिना किसी के समर्थन के, दोनों ने अपने प्यार और साहस से नई जिंदगी शुरू की. इस घटना को 64 साल बीत चुके हैं. अब हर्ष 80 साल के हैं. आज भी पत्नी मृदु पर उतना ही प्यार है. दोनों ने अपनी 64वीं शादी की सालगिरह मनाई. लेकिन शादी की सालगिरह अलग तरीके से मनाई गई. सभी की उपस्थिति में, परिवार के सदस्यों की सहमति से हर्ष और मृदु ने फिर से शादी की. हर्ष और मृदु के बच्चे, पोते-पोतियां और परपोते-पोतियां ने उनकी सालगिरह को शादी में बदल दिया. 

हर्ष और मृदु के पोते-पोतियों को दादा-दादी की प्रेम कहानी पता है. उन्होंने अपनी शादी की सालगिरह पर एक खास तोहफा देने का फैसला किया है. इसी वजह से दादा-दादी को अलग कर दिया गया है. हर्ष और मृदु इस तरह पहली बार अलग हुए हैं. पोते-पोतियों के लिए अलग रहने वाले इस जोड़े ने खुशी-खुशी शादी कर ली. पहले जो रस्में नहीं की जा सकीं, वे सभी उनकी इस शादी में की गईं. शादी के दिन हर्ष और मृदु ने सात फेरे लिए. 

शादी के दिन मृदु ने गुजरात की मशहूर घरचोला साड़ी पहनी थी, जबकि हर्ष ने खादी का कुर्ता-पायजामा पहना था, जिसके साथ उन्होंने मैचिंग पगड़ी और सफेद-भूरे रंग का शॉल पहना था. मृदु ने लाल साड़ी पहनी और जैसे ही हर्ष के गले में माला डाली, हर्ष ने पत्नी पर प्यार भरी नजर डाली. शादी के 64 साल बाद भी उनके चेहरे पर ऐसा लग रहा था जैसे वे पहली बार मिल रहे हों. इस बूढ़े जोड़े ने उसी रोमांस और प्यार को बरकरार रखा है. उम्र चाहे जो भी हो, अगर दोनों के बीच प्यार है तो शादी कभी पुरानी नहीं होती. प्यार कभी पुराना नहीं होता. हर्ष और मृदु इस बात का उदाहरण हैं कि एक-दूसरे को समझना और तालमेल बिठाना कितना जरूरी है. 
 

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