सार
प्यार एक ऐसा एहसास है जो इमोशन के झूले की तरह होता है। जब कोई प्यार में होता है तो दिल ही नहीं ब्रेन में भी बड़ा बदलाव होता है। जिसके बारे में लोग नहीं जानते हैं। प्यार के पीछे एक बायोलॉजिकल वजह होती है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
रिलेशनशिप डेस्क. प्यार को अक्सर इमोशनल रोलरकोस्टर के रूप में दिखाया जाता है। यह सिर्फ एक रोमांटिक कल्पना नहीं, बल्कि प्यार के दौरान हमारे बॉडी और दिमाग में कई केमिकल बदलाव होते हैं। इन बदलावों को समझकर, हम यह जान सकते हैं कि प्यार कैसे हमारे व्यवहार और रिश्तों को इफेक्ट करता है।
जब आप प्यार में पड़ते हैं ?
अगर आपका दिल किसी के लिए धड़कने लगता है तो समझें कि आपके दिमाग और बॉडी में कुछ केमिकल बदलाव हो रहे हैं। प्यार के स्टाटिंग स्टेज में ब्रेन में डोपामाइन, ऑक्सीटोसिन, नॉरएपिनेफ्रिन और वसोप्रेसिन जैसे हार्मोन और न्यूरोट्रांसमीटर्स का मेल रिलीज़ होता है। आइए जानते हैं इन हार्मोन के बारे में।
डोपामाइन (Dopamine)
इसे "फील-गुड" हार्मोन भी कहा जाता है, जो खुशी और एन्जॉय का एहसास कराता है। जब आप किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में सोचते हैं जिसे आप प्यार करते हैं, तो मस्तिष्क के कुछ हिस्से सक्रिय हो जाते हैं और डोपामाइन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है। यही कारण है कि प्यार में पड़ना एक नशे जैसा लगता है।
नॉरएपिनेफ्रिन (Norepinephrine)
यह हार्मोन आपके दिल की धड़कन तेज करता है, हाथ-पैरों को पसीना देता है, और आपको उत्साह से भर देता है। प्यार के शुरुआती दिनों की घबराहट और जोश इसी वजह से होते हैं।
ऑक्सीटोसिन (Oxytocin)
इसे "लव हार्मोन" कहते हैं, जो गले लगने या छूने पर रिलीज़ होता है। यह दो लोगों के बीच गहरा जुड़ाव और विश्वास पैदा करता है। इसके अलावा वसोप्रेसिन (Vasopressin) रिलीज होता है। यह हार्मोन लॉन्गटर्म कमिटमेंट और सिक्योरिटी की भावना को बढ़ावा देता है।
क्यों प्यार एक नशे जैसा महसूस होता है
फेमस बॉयोलॉजिकल साइंटिस्ट हेलेन फिशर का कहना है कि प्यार का मस्तिष्क पर वही प्रभाव पड़ता है जो नशे वाले पदार्थों का होता है। जब हम प्यार में होते हैं, तो हमारा मस्तिष्क बार-बार उसी हाई एहसास की इच्छा करता है। यही वजह है कि प्यार की शुरुआती अवस्था जुनून से भरी होती है।
प्यार में व्यवहार परिवर्तन
प्यार में पड़ने के बाद, लोग अपने साथी के साथ अधिक समय बिताने, अपनी दिनचर्या बदलने और यहां तक कि अपनी शारीरिक छवि में बदलाव करने की कोशिश करते हैं। यह सब मस्तिष्क के इनाम प्रणाली द्वारा संचालित होता है, जो हमें अपने साथी को खास महसूस कराने के लिए प्रेरित करता है।
और पढ़ें:
सुन लो मैरिड वूमन! पार्टनर और बच्चों के होते हुए भी करें Solo Trips, जानें फायदे
साल 2024 में वायरल हुए शादी के 6 अनोखे और मजेदार वीडियो, क्या आपने देखा