सार
देवउठनी एकादशी के बाद से शादी का सीज़न शुरू हो गया है। लोगों के लिए अगले दो महीने शादी समारोहों में व्यस्त रहने का समय है। लेकिन कुछ माता-पिता ऐसे भी हैं जो दूसरों की शादियों में जाकर दुखी होकर बैठे रहते हैं। इसकी वजह हैं उनके बच्चे। उम्र होने के बावजूद बेटा या बेटी की शादी न होना माता-पिता के लिए चिंता का विषय बन गया है। भारत में भले ही शादी करने वालों की संख्या ज़्यादा हो, लेकिन शादी से इनकार करने वालों की संख्या उससे दोगुनी है। एक सर्वे में युवाओं द्वारा शादी से इनकार करने के कारणों का खुलासा किया गया है।
सर्वे के अनुसार, युवा दो कारणों से शादी से इनकार कर रहे हैं। इनमें से एक कारण है शादी का डर। इसे गैमोफोबिया कहा जाता है। सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के दो छात्रों, दामदिया पूजा और राठौर नैंसी ने शादी के डर पर एक सर्वे किया है, जिसके नतीजे चौंकाने वाले हैं।
शादी न करने के ये हैं कारण : छात्रों ने 1242 युवाओं का सर्वेक्षण किया। युवाओं ने बताया कि वे शादी से क्यों इनकार कर रहे हैं। इनमें से 90.10% लोगों ने कहा कि वे देर से शादी करेंगे या शादी ही नहीं करेंगे।
परिवार की ज़िम्मेदारी : आजकल के युवाओं के लिए परिवार की ज़िम्मेदारी बोझ बन रही है। सर्वे में शामिल 67.80% लोग शादी की ज़िम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। 63.60% लोगों का मानना है कि शादी उनके लक्ष्यों में बाधा है। 70.20% लोग मानते हैं कि शादी उनकी आज़ादी में बाधा है।
करियर को महत्व : अपने करियर को प्राथमिकता देने वाले लोग शादी जैसी सामाजिक परंपरा को निभाना नहीं चाहते। उनका मानना है कि इससे उनके करियर पर असर पड़ेगा।
सही साथी न मिलना : कुछ लोगों को अपना मनपसंद जीवनसाथी नहीं मिल पा रहा है। इसलिए वे शादी टाल रहे हैं। कुछ लोग अपनी आर्थिक स्थिति ठीक न होने का बहाना बनाकर शादी से दूर भाग रहे हैं।
असफल विवाह : सर्वे से पता चला है कि युवाओं के शादी न करने का एक कारण पूर्वधारणा भी है। 73.60% लोगों के मन में शादी को लेकर पूर्वधारणा है। 75.60% युवाओं ने अपने माता-पिता का असफल विवाह देखा है। इसका उनके मन पर गहरा असर पड़ा है। उन्हें डर है कि उनके जीवन में भी ऐसा ही कुछ हो सकता है, इसलिए वे शादी से इनकार कर रहे हैं।
लिव-इन पर ज़्यादा भरोसा : शादी में विश्वास भी ज़रूरी होता है। ज़्यादातर युवा दूसरों पर आँख बंद करके भरोसा नहीं कर पाते। पश्चिमी देशों की नकल करने वालों की संख्या बढ़ना भी एक कारण है। शादी से इनकार करने वाले या टालने वाले युवा लिव-इन रिलेशनशिप को ज़्यादा पसंद कर रहे हैं। भारत में यह चलन बढ़ रहा है। शादी, घर, बच्चों की ज़िम्मेदारी का विचार युवाओं को डरा रहा है। इन सभी ज़िम्मेदारियों से बचने के लिए वे शादी नहीं कर रहे हैं। सर्वे में यह भी सामने आया है कि रिश्तेदारों के कड़वे अनुभव और पिछले बुरे अनुभव भी लोगों को शादी से दूर कर रहे हैं।