सार
भाई-बहन के रिश्ते ने अचानक ऐसी करवट ली कि परिवार में अजीबो-गरीब संकट खड़ा हो गया। नाबालिग भाई की बुरी लत से परेशान बहन क्या करे ?
रिलेशनशिप डेस्क.19 साल की दिव्या (बदला हुआ नाम) बहुत परेशान है। घर में पापा और सौतेली मां के अलावा एक छोटा भाई यश (बदला हुआ नाम) साथ रहता है। यश उम्र करीब 15 साल है। बचपन में ही दिव्या की मां का निधन हो गया जिसके बाद पापा दूसरी शादी कर ली जिसके बाद यश पैदा हुआ। पहले सब कुछ ठीक था पर पिछले कुछ महीनों से यश की हरकतें दिव्या को काफी परेशान करने लगी हैं।
दिव्या के मुताबिक, जब यश 5 साल का था तो उसे बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया गया था। इसी साल वो बोर्डिंग से वापस घर लौटा है। इस बीच जब वो छुट्टियों में घर आता था तो बिल्कुल ठीक था लेकिन धीरे-धीरे उसका स्वभाव बदलने लगा। कभी-कभी वो मुझे अजीब नजरों से देखता है। कई बार मैंने गौर किया कि वो नजर बचाकर मुझे देखता है। कुछ दिन पहले रात में टीवी देखते हुए मैं ड्रॉइंग रूम में ही सोफे पर सो गई थी। आंख खुली तो देखा कि यश मेरे पास बैठा है और मुझे टच कर रहा है। मेरे जागने पर वो झेंप गया और बहाने बनाने लगा। एक दिन मैंने गौर किया कि वो मेरे बाथरूम में झांक रहा था। मैंने उसके बिस्तर के नीचे से कुछ एडल्ट मैगजीन बरामद की तो बहुत हैरान हुई कि वो अभी से ये सब सोचने लगा है। मैं समझ नहीं पा रही थी कि उससे कैसे बात करूं या पापा-मम्मी को इस बारे में कैसे बताऊं। दो-तीन दिन पहले तो उसने हद कर दी। मैं अपने बेडरूम में सोई थी और रात में नींद खुली तो देखा कि वो मेरे बगल में लेटा है। मैंने नाइटी पहन रखी थी और मैं ये महसूस कर शर्म से गड़ गई कि मेरी नाइटी पूरी खुली हुई थी और वो मेरे पैर सहला रहा था। मैंने गुस्से में उसे जोर से डांटा तो वो रोने लगा और किसी को न बताने की जिद करने लगा। मुझे अब पूरा भरोसा हो गया है कि वो उम्र के इस मोड़ पर भटक गया है और बिना रिश्ते का फर्क किए मेरे करीब आने की कोशिश कर रहा है। समझ में नहीं आ रहा कि मैं उसे कैसे समझाऊं और इस समस्या से कैसे निपटूं“
एक्सपर्ट की राय-जिस उम्र में आपका भाई है, उसमें ऐसा अक्सर हो जाता है जब इंसान मर्यादा की दीवार तोड़ने लगता है। दरअसल आपसे अलग रहने की वजह से आपके साथ भाई का रिश्ता थोड़ा अलग हो गया। सौतेला रिश्ता होने की वजह से भी वो इसकी गरिमा नहीं समझ पाया। टीनएजर बच्चे अक्सर इस मोड़ पर भटक जाते हैं। आपको इस बारे में अपने पापा-मम्मी से बात करने की बजाए उसे प्यार से समझाना चाहिए। क्योंकि वो उम्र के उस नाजुक मोड़ पर है कि अगर कोई शर्मिंदगी हुई तो वो गलत और आत्मघाती कदम भी उठा सकता है। बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने की वजह से घर पर उसके दोस्त भी ज्यादा नहीं बन पाए होंगे। ऐसे में बेहतर होगा कि आप उसके साथ एक दोस्त की तरह पेश आएं और अच्छे-बुरे का फर्क समझाएं। कोशिश करें कि वो मोहल्ले और आस-पास के बच्चों से मेल-जोल बढ़ाए। उसके स्कूल की पढ़ाई पूरी हो चुकी है तो जल्द से जल्द उसे अच्छे कॉलेज में दाखिला दिलवाएं ताकि अपने नए दोस्तों के साथ वो जिंदगी को ठीक से समझ पाए और अपनी गलतियों को सुधार सके।
(ब्लैक डायरी एशियानेट की एक ऐसी सीरीज है,जिसमें हम रिश्तों से जुड़े राज,समस्या के बारे में बताते हैं जिसे खुलकर लोग बता नहीं पाते हैं। इस सीरीज के माध्यम से जो लोग हमें अपनी कहानी बताते हैं, हम उनका नाम बदलकर आप तक लेकर आते हैं। इसके साथ एक्सपर्ट की राय भी देते हैं, ताकि समस्या का निदान हो सके।ब्लैक डायरी में सभी तस्वीरें सांकेतिक होती हैं। )