सार
कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लॉकडाउन लगे रहने से बुजुर्ग लोगों को भी हमेशा घर में बंद रहना पड़ रहा है। पहले वे पार्कों में कम से कम सुबह-शाम सैर कर लिया करते थे।
लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लॉकडाउन लगे रहने से बुजुर्ग लोगों को भी हमेशा घर में बंद रहना पड़ रहा है। पहले वे पार्कों में कम से कम सुबह-शाम सैर कर लिया करते थे। वहां वे दूसरे बुजुर्ग लोगों से बातचीत करते हुए भी कुछ समय गुजार लेते थे। लेकिन अब उनके लिए समय काट पाना मुश्किल हो रह है। दूसरी ध्यान देने वाली बात ये है कि कोरोना का संक्रमण बुजुर्गों को जल्दी हो सकता है, क्योंकि उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। यह देखा गया है कि कोरोना से संक्रमित होने पर उम्रदराज लोगों की मौतें ज्यादा हुई हैं। इसलिए इस समय बुजुर्गों का खास ख्याल रखने की जरूरत है।
1. अकेला मत छोड़ें
बुजुर्ग लोग अक्सर अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं। अभी जब देश में लॉकडाउन लागू है, ज्यादातर लोग तरह-तरह की मानसिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। कोरोना का लोगों के दिल-दिमाग पर बहुत खराब असर पड़ रहा है। लोगों में एक अनजाना भय देखने को मिल रहा है। इसलिए इस समय बुजुर्गों को अकेला नहीं छोड़ें। उनके साथ समय बिताएं। उनसे बातचीत करें। जहां तक संभव हो सके, कोरोना की चर्चा करने से बचें। ऐसी बातें करें जिनसे हंसी-खुशी का माहौल बने।
2. खान-पान का रखें ध्यान
कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए इम्युनिटी का मजबूत होना जरूरी है। इसलिए बुजुर्गों के खान-पान का खास तौर पर ध्यान रखें। उन्हें पौष्टिक और आसानी से पचने वाली चीजें खाने को दें। मौसमी फलों के साथ जूस, सूप और हर्बल टी भी पीने के लिए दें।
3. साफ-सफाई का रखें ध्यान
बुजुर्गों के कपड़ों, चादरों और दूसरी चीजों की साफ-सफाई ठीक से करें। उन्हें सैनेटाइजर के इस्तेमाल के फायदे के बारे में बताएं। अगर वे बाथरूम या सिंक तक आसानी से जा सकते हैं तो बेहतर होगा कि साबुन से हाथ धोएं। वैसे, बुजुर्ग लोग साफ-सफाई को लेकर खुद ही सजग रहते हैं, इसलिए इस मामले में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। अगर वे छींकते और खांसते हैं तो उस दौरान मुंह पर रखे जाने वाले कपड़े की ठीक से सफाई करें।
4. जरूरी दवाइयों का रखें इंतजाम
अक्सर बुजुर्गों को हार्ट प्रॉब्लम, बीपी, डायबिटीज जैसी समस्याओं के लिए दवाइयां नियमित तौर पर लेनी पड़ती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि उनकी दवाइयां कहीं खत्म तो नहीं हो गई हैं। खत्म होने से पहले ही उनकी दवाइयां ला कर रखें और इस पर ध्यान दें कि वे समय से दवा ले रहे हैं या नहीं।
5. घर पर ही टहलने के लिए कहें
टहलना, एक्सरसाइज करना और फिजिकल एक्टिविटी हर किसी के लिए जरूरी है। बुजुर्ग लोग लॉकडाउन की वजह से बाहर नहीं जा रहे हैं तो उन्हें घर में ही टहलने या हल्के-फुल्के व्यायाम करने के लिए कहें। खुद उनके साथ कमरे या घर की छत पर टहलें।