पोलैंड की टूरिस्ट डोमिनिका ने भारत यात्रा के 5 सबक शेयर किए हैं। उन्होंने मसालेदार खाने की गलतफहमी, मोलभाव की ज़रूरत, गरीबी-अमीरी का सह-अस्तित्व, कम मशहूर जगहों की खोज और मेहमान-नवाज़ी पर अपने अनुभव बताए।
पोलैंड की टूरिस्ट डोमिनिका पतालास-कालरा ने उन 5 बातों के बारे में खुलकर बताया है, जो उन्हें भारत आने से पहले पता होनी चाहिए थीं। उन्होंने अपने वीडियो में भारत यात्रा से मिले पांच खास सबक शेयर किए हैं। डोमिनिका ने खाने, संस्कृति, अर्थव्यवस्था और सामाजिक रिश्तों से जुड़े अपने अनुभव और विचार सोशल मीडिया पर लिखे हैं।
मसालेदार खाने की गलतफहमी
कालरा का पहला अनुभव इस आम गलतफहमी के बारे में है कि भारतीय खाना बहुत ज़्यादा मसालेदार होता है। वह कहती हैं कि यह सोचने के बजाय कि हर डिश मुंह में आग लगा देगी, ज़रूरी है कि आप खाने के लिए सही जगह चुनें।
मोलभाव करना एक ज़रूरत
कालरा ने आगे लिखा कि मोलभाव करना सिर्फ एक कला नहीं, बल्कि एक ज़रूरत भी है। मोलभाव करने की काबिलियत होनी चाहिए। उन्होंने देखा कि कई जगहों पर मोलभाव करना सिर्फ फायदेमंद ही नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी का एक ज़रूरी हिस्सा है।
गरीबी और अमीरी
उन्होंने इस आम धारणा को चुनौती दी कि भारत एक गरीब देश है। उन्होंने बताया कि यहां गरीबी के साथ-साथ बहुत ज़्यादा अमीरी भी है। यहां बहुत से लोग हैं जो महंगी कारें चलाते हैं और आराम से रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार तो यहां के लोग यूरोप के लोगों से भी ज़्यादा सुविधाओं के साथ रहते हैं।
कम मशहूर जगहों की तलाश करें
उनकी सबसे ज़रूरी सलाहों में से एक यह थी कि विदेशियों को सिर्फ भारत के मशहूर टूरिस्ट जगहों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने यात्रियों को भारत की असली आत्मा को समझने के लिए मशहूर जगहों से हटकर कम जानी-पहचानी जगहों को भी एक्सप्लोर करने के लिए प्रोत्साहित किया।
हम मेहमान हैं
आखिर में, कालरा बताती हैं कि भारतीय लोग विदेशियों को कितनी इज़्ज़त से मेहमान मानते हैं। उन्होंने अलग-अलग जगहों से मिले प्यार और मेहमान-नवाज़ी को याद किया। वैसे, कालरा के इन अनुभवों को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है। कुछ कमेंट्स में कहा गया कि उन्होंने भारत के बारे में अच्छी तरह से स्टडी और रिसर्च की है, तभी वह इतना कुछ समझ पाईं।
