भारत के बर्फीले इलाकों में सर्दियों में घूमना खूबसूरत और खतरनाक दोनों हो सकता है। मौसम की जानकारी, गर्म कपड़े, सुरक्षित ड्राइविंग, हाइड्रेशन और इमरजेंसी किट जैसी टिप्स आपकी ट्रिप को ज़्यादा सुरक्षित, आरामदायक और रिस्क-फ्री बना सकती हैं।

Winter Travel Safety Tips: सर्दियों के आते ही, भारत के बर्फ से ढके पहाड़ी इलाकों- जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर और सिक्किम- में टूरिस्ट तेज़ी से बढ़ जाते हैं। बर्फ की सफेद चादर औ र हिल स्टेशनों की खूबसूरती टूरिस्ट को अपनी ओर खींचती है, लेकिन बार-बार भारी बर्फबारी, सब-ज़ीरो टेम्परेचर और सड़कें बंद होने से ट्रैवलर्स की मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। हर साल, बड़ी संख्या में टूरिस्ट को ठंड, फिसलन, खराब मौसम और गाड़ी फंसने जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में, सुरक्षित यात्रा न सिर्फ एक एडवेंचर बन जाती है, बल्कि एक ज़िम्मेदारी भी बन जाती है। अगर आप इस सर्दी में बर्फ से ढके पहाड़ पर जा रहे हैं, तो कुछ ज़रूरी सेफ्टी टिप्स आपकी यात्रा को सुरक्षित, आरामदायक और रिस्क-फ्री बना सकते हैं।

हमेशा मौसम के अपडेट चेक करें

  • बर्फ से ढके इलाकों में मौसम मिनटों में बदल सकता है।
  • यात्रा करने से पहले IMD या लोकल मौसम के अपडेट चेक करें।
  • भारी बर्फबारी, एवलांच अलर्ट और सड़कें बंद होने के बारे में पता करें।
  • खराब मौसम में बेवजह यात्रा करने से बचें।
  • गर्म कपड़े पहनना ज़रूरी है।
  • पहाड़ों में सर्दियां मैदानी इलाकों के मुकाबले ज़्यादा ठंडी होती हैं।
  • थर्मल इनर

वॉटरप्रूफ जैकेट

  • ऊनी टोपी, मफलर, ग्लव्स
  • ऊनी मोज़े और नॉन-स्लिप बूट्स
  • शरीर को गर्म रखने के लिए कपड़ों की लेयर्स पहनें।
  • फिसलन वाली जगहों पर सावधान रहें।
  • जमने के बाद सतहें फिसलन भरी हो जाती हैं।
  • एंटी-स्लिप सोल वाले जूते पहनें।

तेज़ न चलें

  • ब्लैक आइस पर खास तौर पर सावधान रहें।
  • कैमरा/फ़ोन देखते हुए चलने से गिरने का खतरा बढ़ जाता है।
  • शरीर को गर्म और हाइड्रेटेड रखें।
  • सर्दियों में आपको प्यास कम लग सकती है, लेकिन आपके शरीर को ज़्यादा एनर्जी की ज़रूरत होती है।
  • गर्म पानी पीते रहें।
  • सूप, गर्म ड्रिंक्स या चाय लें।
  • ज़्यादा देर तक भूखे न रहें।
  • बीच-बीच में ब्रेक लें और ज़्यादा देर तक ठंडी हवाओं में रहने से बचें।
  • गाड़ी से यात्रा करते समय खास ध्यान रखें।
  • बर्फीले इलाकों में गाड़ी चलाना बहुत रिस्की होता है।

टायर चेन ठीक करें

  • ब्रेक धीरे-धीरे लगाएं
  • अचानक मोड़ या तेज़ स्पीड से बचें
  • अपनी फॉग लाइट हमेशा ऑन रखें
  • लोकल ड्राइवर वाली गाड़ी लेना सबसे सेफ़ ऑप्शन है।

रोड ब्लॉक और रेस्क्यू के बारे में अपडेटेड रहें

  • हिमाचल, कश्मीर और उत्तराखंड में बर्फबारी के बाद सड़कें बंद हो जाती हैं।
  • ट्रैवल करने से पहले SDM/टूरिज्म/पुलिस का ट्विटर या हेल्पलाइन चेक करें।
  • बिना फोर्स की परमिशन के रिस्की रास्तों पर ट्रैवल न करें।
  • रात में ज़्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में ट्रैवल न करें।

अपने ऑक्सीजन लेवल और हेल्थ का ध्यान रखें

  • ऊंचाई बढ़ने पर ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है।
  • बुज़ुर्गों, बच्चों और अस्थमा/दिल के मरीज़ों को सावधानी बरतनी चाहिए।
  • AMS (एल्टीट्यूड सिकनेस) से कन्फ्यूजन, सिरदर्द और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
  • ऐसे मामलों में, पहाड़ से नीचे उतरना बेहतर है।

हमेशा एक इमरजेंसी किट साथ रखें

इमरजेंसी में ये चीज़ें बहुत काम आती हैं

  • फ्लैशलाइट
  • पावर बैंक
  • फर्स्ट एड बॉक्स
  • ग्लूकोज या चॉकलेट
  • वॉटरप्रूफ कवर
  • लोकल मैप
  • एक्स्ट्रा गर्म कपड़े

फोटो लेते समय सेफ दूरी बनाए रखें

  • कई टूरिस्ट फोटो खींचते समय खतरनाक किनारों पर चले जाते हैं।
  • पहाड़ के किनारों से दूरी बनाए रखें
  • जमी हुई झीलों/नदियों पर न चलें
  • रिस्की एरिया में सेल्फी लेने से बचें।
  • लोकल गाइड और नियमों को फॉलो करें
  • लोकल लोग एरिया और मौसम को सबसे अच्छे से जानते हैं।

उनकी सलाह मानें

  • बंद रास्तों पर ट्रैवल न करें
  • आर्मी/पुलिस के इंस्ट्रक्शन फॉलो करें।

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