सार
आज विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जा रहा है। ऐसे में हम आपको बताते हैं दुनिया की पहली तस्वीर के बारे में और अब फोटोग्राफी का ट्रेंड किस तरह से बदल गया है।
लाइफस्टाइल डेस्क: तस्वीरें हमारी यादों को संजो कर रखती है। लेकिन अब यह एक क्रिएट और पॉपुलर फील्ड बन गई है। जिसमें लाखों-करोड़ों लोग अपना हाथ आजमा रहे हैं, पर क्या आप जानते हैं दुनिया की पहली फोटो कब ली गई थी? अगर नहीं तो चलिए आज विश्व फोटोग्राफी दिवस (World photography day 2022) पर हम आपको बताते हैं कि दुनिया की पहली फोटो कब ली गई थी और आज के समय में फोटोग्राफी कितनी बदल गई है...
क्यों मनाया जाता है फोटोग्राफी दिवस
दुनियाभर में हर साल 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है। यह दिन उन सभी फोटोग्राफर को समर्पित होता है जिन्होंने अपनी क्रिएटिविटी से ऐसे कई फोटोग्राफ्स लिए जो वाकई मिसाल बन गई। फोटोग्राफी दिवस का उद्देश्य यह भी है कि दुनिया में इसका प्रचार और प्रसार किया जाए। फोटोग्राफी आजकल प्रोफेशन के हिसाब से बहुत अच्छा विकल्प बन गया है। जिसमें हजारों लाखों युवा क्रिएटिव काम कर रहे हैं।
कब ली गई थी दुनिया की पहली फोटो
जानकारों के अनुसार दुनिया की पहली फोटो 9 जनवरी 1839 को ली गई थी। फोटोग्राफी लेने की इस प्रक्रिया को डॉगोरोटाइप कहा जाता था। इसका अविष्कार जोसेफ नाइसफोर और लुइस डॉगेर नाम के 2 वैज्ञानिकों ने किया था। डॉगोरोटाइप टेक्निक फोटोग्राफी की पहली प्रक्रिया थी, इस टेक्निक के आविष्कार का ऐलान फ्रांस सरकार ने 19 अगस्त 1839 में किया था। इसी की याद में हर साल विश्व फोटोग्राफी दिवस 19 अगस्त को मनाया गया है। आधिकारिक तौर पर इसकी शुरुआत साल 2010 से हुई।
पिछले कुछ सालों में फोटोग्राफी कैसे बदली
पिछले कुछ समय में फोटोग्राफी का कल्चर बहुत ज्यादा बदल गया है। पहले जहां स्टूडियो में जाकर क्रोमा पर फोटो क्लिक करवाई जाती थी और उसके बाद बैकग्राउंड ऐड किया जाता था, तो वहीं अब फोटोग्राफर नेचुरल फोटोस क्लिक करना चाहते हैं। इसके लिए वह प्राकृतिक जगह को चुनते हैं, जिससे फोटोग्राफ्स और खूबसूरत आती है। इतना ही नहीं बड़े-बड़े कैमरों की जगह अब छोटे फोन ने ले ली है। जिसमें कई मेगापिक्सल और HD क्वालिटी के कैमरे होते हैं, जो प्रोफेशनल कैमरे की तरह ही फोटोग्राफ्स क्लिक करते हैं।