सार

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक अलग ही मामला सामने आया है। जहां एक सामाजिक संस्था द्वारा डिवोर्स पार्टी आयोजित हो रही है। जिसमें टूट चुकी शादियां या तलाक ले चुके पति ही शामिल होंगे। वह पति अपनी पत्नियों से अलग होने का पल सेलिब्रेट करेगे। 

भोपाल (मध्य प्रदेश). शादी हर किसी के लिए खास होती है। वह इस पल को सेलिब्रेट करने के लिए क्या-क्या नहीं करता। रिश्तेदारों-दोस्तों, संगीत, हल्दी, वरमाला जैसी रस्मों पर वो लाखों-करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा देता है। कुछ हद तक ये जश्न जायज भी है, क्योंकि इसके बाद उसकी जिंदगी बदल जाती है। लेकिन कभी आपने सुना या देखा है कि किसी का अगर तलाक हो जाए तो वह इसका उत्सव मना रहा हो। लेकिन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से ऐसा अनोखा मामला सामने आया है जिसे जानकर शायद आप हैरान हो जाएं। यहां डिवोर्स पार्टी आयोजित हो रही है। जिसमें पति अपनी पत्नियों से अलग होने का पल सेलिब्रेट करेगे। सोशल मीडिया पर तलाक का कार्ड वायरल हो रहा है। बता दें कि यह देश का ऐसा पहला मामला है, जहां तलाक लेकर लोग इस तरह की सामूहिक पार्टी कर रहे हैं।

 पुरानी जिंदगी को तिलांजलि देकर नई जिंदगी की शुरुआत करने का उद्देश्य
दरअसल, राजधानी भोपाल में डिवोर्स पार्टी के लिए बाकायदा विवाद विच्छेद समारोह के नाम से कार्ड छपवाए गए हैं। जिसमें टूटी शादियों का जश्न मनाया जाएगा। जिसे भोपाल की 'भाई वेलफेयर सोसाइटी'  विवाह विच्छेद समारोह नाम से आयोजित कर रही है। संस्था ने पत्नियों से अलग होने, पुरानी जिंदगी को तिलांजलि देकर नई जिंदगी की शुरुआत करने वाले पतियों के सम्मान में यह कार्यक्रम रखा गया है।

यादगार चीजें शादी की पगड़ी, जयमाला औरे की फेरे फोटोज का होगा विसर्जन 
बता दें कि यह कार्यक्रम 18 सितंबर को सुबह 11 बजे रायसेन रोड के फ्लोरा फार्म एंड रिसोर्ट में होगा। समारोह में जयमाला विसर्जन, सद्बुद्धि शुद्धिकरण यज्ञ, बारात निर्गमन, पुरुष संगीत, मानव सम्मान में कार्य करने हेतु सात कदम और सात प्रतिज्ञा, मुख्य अतिथि द्वारा विवाह विच्छेद की डिग्री वितरण आदि कार्यक्रम होंगे। इस दौरान पति विवाह की यादगार चीजें जैसे पगड़ी, जयमाला, फेरे की फोटो... समारोह में इन सभी का विसर्जन करेंगे। ताकि वह एक बार फिर से नए जीवन की शुरूआत कर सकें।

इस वजह से आयोजित हो रही डिवोर्स पार्टी 
वहीं इस कार्यक्रम को आयोजित करना वाली संस्था के के अध्यक्ष जकी अहमद का कहना है कि हम ऐसे पतियों के लिए यह कार्यक्रम कर रहे हैं जो पत्नी के अत्याचारों से दुखी होकर हताश-निराश हैं। कई तो टूटी शादियों में लड़की पक्ष से मिली प्रताड़ना कानूनी लड़ाई और आर्थिक मोर्चे से टूटकर खुदकुशी तक कर लेते हैं। ऐसे लोग अपनी जिंदगी की शुरूआत कर सकें। उन्हें संबल देने के लिए, उन्हें सम्मानित करने के लिए हमने यह आयोजन करने का फैसला किया है। उनका कहना है कि लोग शादी का जश्न मनाते हैं। लेकिन तलाक का उत्सव उससे ज्यादा जरुरी है।

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