सार
बता दें कि यह ऐसा प्रदेश का पहला मामला है जब इतनी भारी संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी हुए हैं। बताया जा रहा है कि पहले तो अस्तपताल प्रशासन ने अपने स्थर पर इस मामले की जांच की। लेकिन जब कोई जानकारी सामने नहीं आई तो अधिकारियों ने बाद कोहफिजा पुलिस थाने में जाकर मामला दर्ज कराया।
भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, मरीजों के परिजन जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए दिन रात भटक रहे हैं। इसी बीच प्रदेश की राजधानी से बड़ी खबर सामने आई है। जहां भोपाल की सबसे बड़ी सरकारी हमीदिया अस्पताल से करीब 850 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी हो गए। खबर सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस CCTV फुटेज खंगालने में जुट गई है।
'अस्पताल के स्टाफ की मदद से हुई चोरी'
बता दें कि यह ऐसा प्रदेश का पहला मामला है जब इतनी भारी संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी हुए हैं। बताया जा रहा है कि पहले तो अस्पताल प्रशासन ने अपने स्थर पर इस मामले की जांच की। लेकिन जब कोई जानकारी सामने नहीं आई तो अधिकारियों ने बाद में कोहफिजा पुलिस थाने में जाकर मामला दर्ज कराया। फौरन एक्शन में आई पुलिस ने इंजेक्शन गायब होने की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही सभी स्टाफ की तलाशी ली जा रही है। अशंका जताई जा रही है कि चोरों की मदद अस्पताल के स्टाफ ने ही की होगी।
स्टोर रूम में पहुंचे तो पूरा बॉक्स था गायब
बताया जाता है कि जब अस्पताल के डॉक्टर दवा स्टोर रूम में शनिवार सुबह मरीजों को इंजेक्शन लगाने के लिए लेने के लिए गए तो वहां पर इंजेक्शन गायब थे। पूरा बॉक्स ही चोरी हो गया। अब इस बात का पता भी लगाया जा रहा है कि कहीं इंजेक्शन के साथ और कोई दवा तो चोरी नहीं हो गई है।
दो दिन पहले पकड़ाए हैं 400 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन
बता दें कि दो दिन पहले ही इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम ने एक बड़ा खुलासा किया था। जहां एक दवा कंपनी के मालिक को 400 नकली इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया है। वह ऊंचे दामों में इनकी सप्लाई कर रहा था। पुलिस को सूचना मिली और उसे रंगेहाथ पकड़ लिया।