सार
एमपी के सीहोर में उन्होंने कहा- ''हम नाली साफ करवाने के लिए नहीं बने हैं। आपका शौचालय साफ करवाने के लिए बिल्कुल नहीं बनाए गए हैं। हम जिस काम के लिए बनाए गए हैं, वह काम हम ईमानदारी से करेंगे।''
सीहोर (मध्यप्रदेश). भोपाल से बीजेपी सांसद अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है। हाल ही में उन्होंने एक नया विवादित बयान दिया है। एमपी के सीहोर में उन्होंने कहा- ''हम नाली साफ करवाने के लिए नहीं बने हैं। आपका शौचालय साफ करवाने के लिए बिल्कुल नहीं बनाए गए हैं। हम जिस काम के लिए बनाए गए हैं, वह काम हम ईमानदारी से करेंगे।'' बता दें, प्रज्ञा अपने संसदीय क्षेत्र सीहोर में एक कार्यक्रम में पहुंची थी। जहां उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए यह बयान दिया।
इससे पहले भी प्रज्ञा अपने बयानों को लेकर चर्चा में रही थी। प्रज्ञा ने राममंदिर से लेकर नाथूराम गोडसे को लेकर विवादित बयान दिए हैं। लोकसभा में शपथ के दौरान भी उन्होंने अपने गुरू का नाम लिया था। जिसके बाद काफी हल्ला मचा था। शपथ लेते वक्त साध्वी प्रज्ञा ने अपने गुरू का नाम संस्कृत में लिया। इसी बीच विपक्ष के कुछ सांसदों ने हंगामा शुरु कर दिया था। प्रज्ञा ठाकुर ने तीसरी बार में अपना शपथ पूरा किया था।
कौन है प्रज्ञा ठाकुर
साध्वी प्रज्ञा ने भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को हराया था। उनपर 2008 में हुए मालेगांव विस्फोट कांड में आरोप लगे हैं, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी।
चुनाव जीतने के बाद किया था वादा
चुनाव में जीत के बाद उन्होंने कहा था कि वे सांसद के तौर पर वेतन नहीं लेंगी। वो इस वेतन का उपयोग देश और जरूरतमंदों के लिए करेंगी।