सार
दरअसल, यह अनोखी शादी मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में शनिवार को हुई है। जहां दूल्हा- दुल्हन अपने 7 महीने के बेटे को गोद में लेकर सात फेरे लिए। हर कोई इस शादी को देखकर हैरान था।
छतरपुर (मध्य प्रदेश). आपने कई शादियां देखी होंगी, जिनकी लोग अक्सर चर्चा करते हैं। आज हम आपको मध्य प्रदेश में हुई एक ऐसी अनोखी शादी के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसको देखकर हर कोई हैरान था। इस विवाह की अनोखी बात यह थी कि यहां दुल्हा-दुल्हन ने अपनी गोद में 7 महीने को लेकर सात फेरे लिए।
7 महीने के बेटे को गोद में लेकर दुल्हा-दुल्हन ने लिए फेरे
दरअसल, यह अनोखी शादी छतरपुर जिले के कुम्हार टोला गांव में शनिवार को हुई है। जहां दूल्हा करन और दुल्हन नेहा ने अपने 7 महीने के बेटे शिवांश की मौजूदगी में शादी की सारी रस्में की। जिसको देखकर हर कोई हैरान था। सब यही कह रहे थे कि हमने आज तक ऐसा विवाह नहीं देखा।
2 साल पहले घर से भागकर मंदिर में कर ली थी शादी
जानकारी के मुताबिक, छतरपुर के रहने वाले पप्पू अहिरवार का बेटा करन दिल्ली में रहता था। 6 साल पहले अपने गांव में घर के सामने रहने वाली नेहा कश्यप नाम की लड़की से उसको प्यार हो गया। दोनों शादी करना चाहते थे। लेकिन अलग-अलग जाति के कारण लड़की के घरवाले विवाह करने को तैयान नहीं थे। फिर दोनों 17 फरवरी 2018 को घर से भाग कर दिल्ली पहुंच गए। जहां उन्होंने एक आर्य समाज मंदिर से अंतरजातीय विवाह कर लिया। दो साल बाद 22 जून 2019 को उनको एक बेटा हुआ, जो अब 7 महीने का हो गया है।
दोबारा हुई इ पति-पत्नी की शादी
बेटे वाली बात जब दोनों के घरवालों को पता चली तो उन्होंने उनको गांव बुलाया। फिर पूरी रीति रिवाज के अनुसार उनकी शादी करने का फैसला लिया। जिसके लिए वाकायदा कार्ड छपवाए गए। समाज और रिश्तेदारों को इस समारोह में बुलाया गया। फिर इस तरह से यह अनोखे तरीक से यह शादी हुई।