सार
सियासी खींचतान के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच सीएम आवास पर लंबी चर्चा हुई।
भोपाल.राज्यसभा चुनाव से पहले मप्र में सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि कमलनाथ इस संकट से उबरने के लिए कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि शनिवार को मंत्रीमंडल विस्तार कर बागियों को मंत्री बनाया जा सकता है।
शुक्रवार को दिग्विजय और कमलनाथ के बीच लंबी चर्चा
सियासी खींचतान के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच सीएम आवास पर लंबी चर्चा हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल भी दोनों नेताओं को फैसले लेने में मदद कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो सभी नेताओं ने भाजपा नेताओं को अपने पाले में करने के बजाय कांग्रेस के मंत्रिमंडल विस्तार का फॉर्मूला तय किया है।
बागियों को मंत्रीमंडल में मिल सकती है जगह
कांग्रेस अपने बागी विधायकों में विश्वास जगाने के लिए उन्हें मंत्रीमंडल में जगह दे सकती है। कांग्रेस अभी सत्ता में है और उसके पास बीजेपी की तुलना में ज्यादा विधायक है। ऐसे में वह चाहती है कि उसके नाराज विधायक लौट कर वापस आ जाएं। अगर ऐसा करने में कांग्रेस सफल होती है तो उसे भाजपा के बागियों की जरुरत नहीं पड़गी और वह अपने दम पर सत्ता में बनी रहेगी।
दिग्विजय ने गुरूवार को शिवराज पर लगाया था खरीद फरोख्त का आरोप
गुरूवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य भाजपा नेताओं पर कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया था। दिग्विजय का कहना था कि भाजपा ने कमलनाथ की सरकार गिराने के लिए साजिश के तहत उनके 8 विधायकों को हरियाणा के एक होटल में बंधक बना कर रखा है।
कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे का कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल
दिग्विजय के आरोप के बाद मंदसौर जिले की सुवासरा विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा सदस्यता से कथित तौर पर इस्तीफा दे दिया। जिसकी कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। लेकिन जब इस मामले पर विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब तक विधायक खुद आकर इस्तीफा नहीं सौंपेंगे तब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होगा।
कांग्रेस ने भाजपा के कुछ नेताओं को अपने पाले में किया
गुरूवार शाम तक ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस की सरकार खतरे में है लेकिन रात होते-होते कांग्रेस ने भाजपा के पहले दो विधायकों नरायण त्रिपाठी और शरद कोल को अपने पाले में कर लिया। उसके बाद खबर यह भी आई की एक और विधायक संजय पाठक को भी कांग्रेस ने अपने पाले में कर लिया है। जिसकी पुष्टि कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने CM आवास से निकलते समय मीडिया के सामने तीन विकेट गिराने की बात कह कर की थी।
हालांकि अब देखने वाली बात यह होगी की कांग्रेस ने सरकार बचाने के लिए कितना डैमेज कंट्रोल किया है।