सार

आठवीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वो अपने टीचर की प्रताड़ना से आहत था।

सीधी(Madhya Pradesh).  मध्य प्रदेश के सीधी जिले से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां आठवीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वो अपने टीचर की प्रताड़ना से आहत था। उसने जान देने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिससे इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है। इस सुसाइड नोट से ये खुलासा हुआ है कि इस छात्र ने टीचर की प्रताड़ना से आहत होकर जान दे दी।

मध्य प्रदेश के सीधी जिले के पड़खुरी गांव एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। अमित प्रजापति नाम का ये छात्र नवोदय विद्यालय चुरहट में कक्षा आठवीं का छात्र था। बताया जा रहा है कि उसके शिक्षक ने अमित को क्लास में दूसरे छात्रों के सामने गंदी गालियां दी थीं। यह बात उसके मन में घर कर गई। इससे तनाव में आकर कुछ दिन बाद उसने फांसी लगा कर जान दे दी। सुसाइड नोट से इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है।

सुसाइड नोट में लिखा- क्या गलती पर माफी नहीं मिलती
जान देने वाले छात्र अमित प्रजापति ने सुसाइड नोट में लिखा- प्रणाम पिता जी, मेरे को पता है कि आपको बहुत दुख होगा। मैंने यह रास्ता इसलिए अपनाया है क्योंकि मैं बहुत गंदा हो चुका था अंदर से। मैं अपनी गंदी आदत नहीं छुड़ा पाया। मुझे ज्यादा स्ट्रेस हो गया था। मुझे बार-बार अपने सर (अजीत पांडे) की याद आ रही थी। अच्छा एक बात बताइए कभी गलती हो जाए तो माफ नहीं किया जा सकता। मुझे ऐसा लगता है कि गलती माफ की जा सकती है। मैं यह सब अजीत पांडे के कहने पर किया था। उस दिन मुझसे गलती हो गई थी तो उन्होंने मुझे बहुत गंदी गंदी गाली दी थी। सभी लड़कों को नीचे भेज कर मुझे भला-बुरा कहा। उन्होंने मुझसे कहा जहर खाकर मर जा या कहीं जाकर फांसी लगा ले। अजीत पांडे ने ना जाने कितनों की जिंदगी बर्बाद कर दी उसे गिरफ्तार करवा दीजिएगा। मुझे माफ कर देना पापा।

टीचर ने आरोपों को बताया झूठा
हालांकि इस बारे में आरोपी टीचर अजीत पांडे का कहना है बच्चे को 19 दिसंबर को चोरी के आरोप में पकड़ा था। उस पर आरोप था कि उसने कुछ बच्चों की कॉपी और पैसे चुराए हैं। उसके माता-पिता को बताया और उसे समझा कर 20 दिसंबर को घर भेज दिया था। वहीं अमित के पिता आल्हा का आरोप है कि बेटे से नवोदय स्कूल के टीचर ने मारपीट और गालियां दी। टीचर अजीत पांडे ने सभी बच्चों के सामने उसे जलील किया इसलिए उसने परेशान होकर यह कदम उठाया।