सार
राजधानी भोपाल से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। जहां एक बेटी दुल्हन बनकर हाथों में महेंदी रचाए बैठी थी। तभी अचानक उसके पिता की मौत हो गई। यानि उसकी डोली उठने से पहले ही बापू दुनिया छोड़ गए।
भोपाल (मध्य प्रदेश). हर बेटी के अरमान होते हैं कि जब वह दुल्हन बने तो उसके पिता उसे डोली में बैठाकर विदा करें। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाली एक बेटी ने भी ऐसा ही सपना देखा था। बिटिया की शादी वाले दिन ही उसके पिता की मौत हो गई। चंद पलों में खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। कई रिश्तेदार विवाह में शामिल होने के लिए आ चुके हैं। अब वो अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
बेटी का तिलक करके घर लौटे एक झटके में मौत
दरअसल, भोपाल के JP अस्पताल में कक्ष सेवक को तौर पर नौकरी करने वाले दयाशंकर दुबे की बड़ी बेट की रविवार को शादी थी। वह शनिवार शाम बेटी का तिलक करके घर लौटे थे। इसी दौरान घर में लगा हैलोजन बंद हो गया, वह पानी की टंकी पर चढ़कर उसे ठीक करने लगे। त भी अचानक उन्हें करंट लगा और वह जमीन पर गिर पड़े। आनन-फानन में परिजन और रिश्तेदार उन्हें हॉस्पिटल ले गए, लेकिन उनकी सांसे टूट चुकी थीं।
दोस्त बोले-हम पिता बनकर बेटी को करेंगे विदा
दुल्हन बनने वाली बेटि चिया का रो-रोकर बुरा हाल है। वह इस हादसे पर अपने आप को कोस रही है। क्योंकि कल इस पिता की बिटिया की बारात आना है। उसने और परिवार ने शादी करने से इंकार कर दिया। लेकिन मृतक के दोस्त और रिश्तेदारों का कहना है कि वह बिटिया की शादी नहीं टलने देंगे। भले ही मेहमान कम रहें, लेकिन बिटिया की डोली उठेगी। हम पिता की तरह बेटी को दुल्हन बनाकर विदा करेंगे।
बेटी को दुल्हन बनने से पहले कह दिया अलविदा
बता दें कि मृतक दयाशंकर दुबे जेपी अस्पातल कैंपस में ही रहते थे। उनके तीन बच्चे हैं। बड़ा बेटा अभिषेक, बेटी चिया, छोटी बेटी डब्बू। दयाशंक के दोस्तों ने बताया कि उनके घर में यह पहली शादी थीस, वह बेटी की शादी को लेकर वह काफी खुश थे। लेकिन किसे पता था कि वह बेटी के दुल्हन बनने से पहले ही दुनिया को अलविदा कह जाएंगे।