सार

कम्प्यूटर बाबा (नामदेव दास त्यागी) का आश्रम गिराए जाने और उनके जेल भिजाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सोमवार को बाबा से मिलने के लिए इंदौर के सेंट्रल जेल जाएंगे।

इंदौर. कम्प्यूटर बाबा (नामदेव दास त्यागी) का आश्रम गिराए जाने और उनके जेल भिजाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सोमवार को बाबा से मिलने के लिए इंदौर के सेंट्रल जेल जाएंगे। अब सवाल यह कि प्रशसान दिग्विजय सिंह को उनसे मिलने की अनुमति देता या नहीं।

दिग्विजय सिंह के जाने से बढ़ सकता है मामला
बताया जा रहा कि दिग्विजय सिंह सोमवार सुबह 11 बजे इंदौर जाएंगे। जहां वह  दोपहर करीब 2 बजे कम्प्यूटर बाबा से मुलाकात करेंगे। अब दिग्विजय सिंह के जाने से आशंका जताई जा रही है कि विवाद बढ़ सकता है। वहीं दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार ने  कम्प्यूटर बाबा पर बदले की भावना के तहत कार्रवाई की है।

दिग्विजय सिंह के लिए मिर्ची यज्ञ कर चुके हैं कम्प्यूटर बाबा
कम्प्यूटर बाबा दिग्विजय सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं। बताया जाता है कि उनके कहने पर ही कमलनाथ सरकार ने उनको कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था। वहीं कम्प्यूटर बाबा 2019 के लोकसभा चुनाव में भोपाल के प्रत्याशी रहे दिग्विजय सिंह के समर्थन में जमकर प्रचार किया था। इसके तहत उन्होंने एक मिर्ची यज्ञ भी किया था जो काफी चर्चा में रहा था।

इंदौर में गिराया गया 46 एकड़ में बना आश्रम
बता दें कि इंदौर पुलिस ने नगर निगम के साथ मिलकर रविवार सुबह नामदेव दास त्यागी (कम्प्यूटर बाबा) के खिलाफ कार्रवाई की है। जहा उनके इंदौर शहर के पास एयरपोर्ट रोड पर जम्बूर्डी हप्सी गांव में बने कम्प्यूटर बाबा के आश्रम परिसर को अवैध कब्जा करार देते हुए गिरा दिया गया। बताया जाता है कि बाबा ने यहां करीब  गौशाला की 46 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया था। जिसमें करीब 2 एकड़ जमीन पर पक्का निर्माण कर आश्रम बनाया गया था। 

कांग्रेस सरकार में था कैबिनेट मंत्री का दर्जा
कमलनाथ सरकार में  कम्प्यूटर बाबा को नदी संरक्षण न्यास के अध्यक्ष बनाया गया था। जिनको कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था। अभी हाल ही में नामदेव दास त्यागी उर्फ  कम्प्यूटर बाबा ने बीजेपी के खिलाफ जाकर उपचुनावों वाली 28 विधानसभा सीटों पर राज्य सरकार के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकाली थी। जिसमें उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले विधायकों के खिलाफ प्रचार किया था।