सार

फ्रेंडशिप डे के दिन मध्य प्रदेश के कटनी से एक दिल को झकझोर देने वाली कहानी सामने आई है। जहां एक दोस्त ने अपने फ्रेंड की याद में  खुद को गोली मार कर सुसाइड कर लिया। क्योंकी 6 महीने पहले उसके दोस्ती की एक्सीडेटं में मौत हो गई थी। वह उसके बाद टूट चुका था।

ग्वालियर. दोस्ती वो खूबसूरत रिश्ता है जो खून का भी ना होकर खून से गहरा होता है। जहां एक दोस्त दूसरे की मदद करने के लिए हर वक्त खड़ा रहता है। इतना ही नहीं वक्त आने पर वह अपनी जान तक दांव पर लगा देता है। आज पूरी दुनिया फ्रेंडशिप डे यानि मित्रता दिवस सेलिब्रेट कर रही है। एक दिन पहले मध्य प्रदेश के कटनी से ऐसी दिल को झकझोर देने वाली दोस्ती की कहानी सामने आई है, जिसने हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिए। यहां एक दोस्त ने अपने फ्रेंड की याद में  खुद को गोली मार कर जान दे दी। मरने से पहले लिखा-सो जाऊं तो जगा देती है, जग जाऊं तो रुला देती है, बहुत दर्द देती हैं, तेरी यादें। ये लाइन लिखकर वह दुनिया को अलविदा कह गया।

दोस्त की मौत के बाद टूट गया था...
दरअसल, कटनी में रहने वाले गगन सोनी ने शुक्रवार-शनिवार की रात खुद को गोली मार खुदकुशी कर ली। बता दें कि गगन दोस्त योगेश तिवारी और श्रजल शुक्ला की 7 फरवरी 2022 को एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। योगेश की मौत के बाद से वह पूरी तरह टूट गया था। ना तो किसी से बात करता था, और ना ही कहीं घूमने जाता था। क्योंकि दोनों एक-दूसरे के बेहद नजदीक थे। योगश की मौत के बाद करीब 6 महीने बाद ही गगन भी दुनिया छोड़ गया। पुलिस ने उसके पास से एक कट्टा बरामद किया है। बताया जाता है कि गगन पहले भी सुसाइड करने की कोशिश कर चुका था

कहता-मुझे दोस्त बुला रहा है जाना ही पड़ेगा
बता दें कि कुछ दिन पहले ही गगन ने अपनी फेसबुक स्टेटस पर योगेश की फोटो लगाकर दर्दभरी लाइन लिखी थी। इतना ही नहीं वह अपने जानने वालों को कहता था कि अब उसका इस दुनिया में मन नहीं लगता है, सब खत्म हो गया है। उसका दोस्त योगेश उसे अपने पास बुला रहा है। वहीं हादसे में मारे गए योगेश के पिता ने कहा-गगन और मेरा बेटे बचपन के दोस्त थे। दोनों हर समय साथ रहते थे। दोनों एक ही स्कूल में पढ़े हैं। जहां भी घूमने जाते तो साथ ही जाते थे। जिस वक्त योगेश की मौत हुई तो गगन डिप्रेशन में चला गया था। उसे संभालना मुश्किल हो गया थ। वह हर वक्त यही कहता सपने में उसके दोस्त ने उसे बुलाया है।

दोस्तों को फोनकर कहा-कल मेरी मिट्टी में आ जाना
मामले की जांच कर रहे कोतवाली टीआई अजय सिंह ने बताया कि गगन ने खुद को गोली मारने से पहले अपने दोस्तों को फोन किया था। जहां उसने कहा था कि कल मेरी मिट्टी में आ जाना, दोस्तों ने उसे बहुत समझाया भी था। इतना ही नहीं कुछ देर बाद सभी दोस्त उसके घर पहुंचे, जब उसकी तलाश की गई तो वह घर की तीसरी मंजिल पर मृत पड़ा मिला। आसपास खून ही खून बिखरा था और पास में कट्टा पड़ा था। बता दें कि गगन के भाई और उसके पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। पूरे परिवार में मातम का माहौल है। 

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