सार
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का पार्थिव शरीर सेना के प्लेन से भोपाल लाया गया है। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जाहिर करते हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के परिजन को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि देने की घोषणा की है।
भोपाल. तमिलनाडु (TamilNadu) के कुन्नूर (Coonoor) में 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर क्रैश (helicopter crash) में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का बुधवार को निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को बेंगलुरु से भोपाल लाया गया। यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। यहां मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री-विधायकों ने कैप्टन को श्रद्धांजलि दी। इतना ही नहीं खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी ट्रक के पीछे चले और कुछ दूर जाने के बाद श्रद्धांजलि दी। वहीं सीएम ने शहीद के परिजन को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
पूरा इलाका अमर रहें नारों से गूंज उठा
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह सेना के ट्रक से भोपाल स्थित सन सिटी कॉलोनी में उनके घर ले जाया गया। जहां वीर सपूत के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सेना के जवानों से लेकर आस पड़ोस के लोग और रिश्तेदार भारी संख्या में मौजूद थे। कैप्टन का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर पहुंचा, पूरा इलाका अमर रहें नारों से गूंज उठा। हर कोई अपने जांबाज को फूल चढ़ाकर और आरती उतारकर अंतिम सैल्यूट कर रहा था।
सीएम शिवराज ने शहीद के पिता से की बात
मुख्यमंत्री ने गुरुवार दोपहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने कैप्टन वरुण सिंह के पिता से फोन पर बातचीत की है। कैप्टन वरुण का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। साथ ही सीएम ने कहा कि परिवार की भावना का ध्यान रखते हुए वरुण सिंह की स्मृति में उनकी प्रतिमा या किसी संस्था का नाम उनके नाम पर रखने का फैसला किया जाएगा। इसी बीच सीएम ने ऐलान किया कि कैप्टन वरुण सिंह के परिजन को प्रदेश सरकार 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि दी जाएगी। साथ ही परिजन से बात कर घर के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देने की बात कही है।
बैरागढ़ में होगा वीर जांबाज का अंतिम संस्कार
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के अंतिम संस्कार कल यानि शुक्रवार को संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में सुबह 11 बजे पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। पहले प्रशासन का प्लान वरुण का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट पर कराने का था, लेकिन पिता ने बैरागढ़ में कराने की इच्छा जताई। पिता ने कलेक्टर से कहा कि अगर अंतिम यात्रा भदभदा ले जाएंगे तो शहर का ट्रैफिक जाम होगा। इसलिए मैं नहीं चाहता हूं कि लोग मेरे बेटे की वजह से परेशान हों।
भोपाल में रहते मम्मी-पापा, छोटे भाई मुंबई में...
ग्रुप कैप्टन वरुण के पिता केपी सिंह सेना में कर्नल रहे हैं। रिटायरमेंट के बाद वे भोपाल के एयरपोर्ट रोड स्थित इनकोर्ट अपार्टमेंट में रहते हैं। उनके साथ पत्नी उमा सिंह भी रहती हैं। वरुण की पोस्टिंग तमिलनाडु के वेलिंगटन में थी, इसलिए वे परिवार समेत अब तक वहां शिफ्ट थे। जबकि वरुण के छोटे भाई तरुण नेवी में पोस्टेड हैं और परिवार समेत मुंबई में रहते हैं। वरुण अक्सर माता-पिता से मिलने भोपाल आते-जाते थे। हालांकि, घटना के वक्त से वरुण के परिवार का कोई भी सदस्य अभी यहां नहीं है और घर में ताला लगा है।