सार

ज्योतिरादित्य सिंधिया तीन दोनों के दौरे पर ग्वालियर पहुंचे हैं। सिंधिया ने रविवार को अनुसूचित जाति के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अगर मैं नहीं रहूंगा तो भी समाज के उत्थान के लिए काम होते रहेंगे। 

ग्वालियर. केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तीन दिवसीय दौरे पर ग्वालियर पहुंचे हैं। यहां अनुसूचित जाति के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक ऐसा बयान दिया कि उनकी कट्टर समर्थक इमरती देवी रोने लगीं। इमरती देवी को संधिया ने शांत कराया। उन्होंने कहा कि ये भावुक होने का पल नहीं है। यहां मीडियाकर्मी भी मौजूदा हैं इसलिए ऐसा नहीं करें। 

क्या कहा था सिंधिया ने
दरअसल, ग्वालियर की श्याम वाटिका में अनुसूचित जाति के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अगर मैं ना भी रहूं तब भी आपके समाज के लिए हमेशा काम होते रहेंगे। सिंधिया ने जैसे ही अपने नहीं रहने की बात की वहां मौजूद इमरती देवी भावुक हो गई और रोने लगीं। सिंधिया को टोकते हुए इमरती देवी ने कहा कि महाराज आप कभी ऐसी बात नहीं करना। सिंधिया ने इमरती देवी को भावुक होते देखा तो उनका हाथ पकड़कर हौंसला बढ़ाया। 

अलग-अलग बैठकें कर रहे हैं सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर दौरे में अलग-अलग संगठनों के साथ बैठक कर हे हैं। इसी कड़ी में रविवार को उन्होंने श्याम वाटिका में अनुसूचित जाति वर्ग की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस समय ग्वालियर-चंबल में जातीय ध्रुवीकरण की राजनीति की जा रही है। बता दें कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। पार्टी के सभी सीनियर नेता अपने-अपने क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। 

बदले-बदले महाराज
भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के अंदाज में काफी बदलाव हुआ है। सिंधिया भाजपा में शामिल होने के बाद लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं और अलग-अलग संगठन के नेताओं के साथ बड़ी सरलता के साथ मीटिंग कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी के सीनियर नेता पीएम मोदी के दौरे को लेकर तैयारियों में जुटे हुए हैं।

इसे भी पढ़ें-  'अकंल छोड़ दो मर जाऊंगा....चीखता रहा 11 साल का मासूम, मध्य प्रदेश के जैन मंदिर में हुई अमानवीय घटना