सार

महिला को दो बेटियां पहले से थीं और वह इस बार चार महीने की गर्भवती थी। आरोपी को लगता था उसकी पत्नी इस बार भी एक बेटी को जन्म देगी, इसलिए उसने महिला को घर से बाहर निकाल दिया।

छतरपुर (मध्य प्रदेश). हमारे समाज में आज भी लोग बेटियों को अभिशाप मानते हैं। वो चाहते हैं उनके घर आने वाली संतान बेटा ही होना चाहिए। ऐसा ही एक मामला एमपी में सामने आया है। जहां एक पति ने अपनी पत्नी को घर से बाहर सिर्फ इसलिए निकाल दिया। क्योंकि उस महिला को दो बेटियां थीं।  

गर्भवती पत्नी को निकाल दिया घर से बाहर
बेटी को अभिशाप मानने वाला यह मामला एमपी के छतरपुर जिले का है। दरअसल महिला को दो बेटियां पहले से थीं और वह इस बार चार महीने की गर्भवती थी। आरोपी को लगता था उसकी पत्नी इस बार भी एक बेटी को जन्म देगी, इसलिए उसने महिला को घर से बाहर निकाल दिया।

सास बोली-माफ करो बेटी को तुम्हारे साथ नहीं भेजूंगी
जब महिला ने तीसरी बार एक बेटे को जन्म दिया तो इस बात की जानकारी उसके पति को जैसे ही लगी वो पत्नी को लेने के लिए अस्पताल आ गया। लेकिन युवती ने कहा मैं अब आपके साथ नहीं जाऊंगी, चाहे कुछ हो जाए। मैं वहां नहीं जाउंगी जहां बेटियों की कद्र न हो। प्रसूता की मां यानि युवक की सास ने हाथ जोड़कर दामाद से कहा मेरी बेटी अब तुम्हारे साथ नहीं जाएगी। तुमने उस पर बहुत जुल्म किए हैं, लेकिन अब वो कुछ नहीं सहेगी। माफ करो बेटी को तुम्हारे साथ नहीं भेजूंगी।