सार

विनोद और उसकी पत्नी शिवानी अक्सर खुश रहते थे। उनको ऐसी कोई बड़ी परेशानी नहीं थी कि वह ऐसा कदम उठा ले। उनके साथ माता-पिता और भैया-भाभी भी रहते थे। वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके बेटा-बहू ने आखिर ऐसा क्यों किया।

उज्जैन (मध्य प्रदेश). आज के समय में अक्सर लोग जरा-जरा सी बातों पर तनाव में आते हैं। फिर बिना सोचे-समझे अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेते हैं। ऐसी ही एक दुखद घटना मध्य प्रदेश के उज्जैन यानि महाकाल की नगरी से सामने आया है। जहां हर समय खुश रहने वाले पति-पत्नी ने एक साथ फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।

एक ही फंदे से लटके मिले पति-पत्नी
दरअसल, चौंकाने वाला यह मामला उज्जैन के चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र का है। जहां विनोद सोलंकी अपनी पत्नी शिवानी के साथ ऊपरी मंजिल के एक छोटे से कमरे में रहता था। सोमवार सुबह काफी देर होने के बाद भी उनके  घर का दरवाजा नहीं खुला तो परिवार के लोगों को कुछ अजीब लगा। उन्होंने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया लेकिन, ना तो कोई जवाब आया और ना ही कोई हलचल हुई। इसके बाद उन्होंने पड़ोसियों और पुलिस को बुलाया। कमरे का दरवाजा तोड़ा तो दोनों पति-पत्नी फंदे से लटके मिले।

शादी दो साल पहले हुई थी और छोड़ गए दुनिया
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि विनोद और उसकी पत्नी शिवानी अक्सर खुश रहते थे। उनको ऐसी कोई बड़ी परेशानी नहीं थी कि वह ऐसा कदम उठा ले। उनके साथ नीचे के हिस्से में  पिता मोहन सिंह, मां और भाई-भाभी भी रहते हैं। विनोद की शादी दो साल पहले हुई थी। शिवानी के माता-पिता आगर में रहते हैं।  पिछले कुछ दिनों से शिवानी बीमार थी, जिसकी वजह  से दोनों पति-पत्नी तनाव में रहते थे। लेकिन इतनी बड़ी बात नहीं थी कि वह दुनिया ही छोड़ देंगे।

पुलिस भी मामले में उलझी..
 पुलिस को मौके से कोई  सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। जिससे मामले और संदिग्ध हो गया है। पुलिस प्रारंभिक तौर पर परिवारिक कारणों से यह कदम उठाना मानकर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि परिवार वालों के बयान के बाद ही कुछ कहा जाएगा कि आखिर दंपती ने फांसी को लगाई है।