सार
सिंधिया ने कहा, ‘‘अब यदि वचनपत्र में लिखे वादे पूरे नहीं हुए तो सड़क पर उतरना ही होगा।’’ उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते सिंधिया ने मध्यप्रदेश के कॉलेजों में अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार अपने वादो पूरे नहीं करेगी तो वह सड़क पर उतरेंगे। इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि यदि सिंधिया सड़क पर उतरना चाहते हैं तो उतर जाएं।
ग्वालियर. कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर दोहराया कि यदि कमलनाथ नीत मध्यप्रदेश सरकार पार्टी के वचनपत्र में किये गये वादों को पूरा नहीं करेगी तो जनसेवक होने के नाते उन्हें पूरा करवाने के लिए ‘मुझे सड़क पर उतरना ही होगा।’’
जनता के मुद्दों के लिए लड़ना मेरा धर्म है- सिंधिया
हालांकि, सिंधिया ने अपने रुख में इस बार थोड़ी नरमी लाते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें कुछ समय तक सब्र रखना होगा, क्योंकि मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बने अभी करीब एक साल ही हुआ है। उन्होंने ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर रविवार रात मीडिया से चर्चा में कहा, ‘‘मैं जनसेवक हूं और जनता के मुद्दों के लिए लड़ना मेरा धर्म है। जो वादे वचनपत्र में लिखे हैं, उन्हें पूरा करना ही होगा।’’
सिंधिया ने फिर अलापा विरोध राग
सिंधिया ने कहा, ‘‘अब यदि वचनपत्र में लिखे वादे पूरे नहीं हुए तो सड़क पर उतरना ही होगा।’’ उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते सिंधिया ने मध्यप्रदेश के कॉलेजों में अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार अपने वादो पूरे नहीं करेगी तो वह सड़क पर उतरेंगे। इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि यदि सिंधिया सड़क पर उतरना चाहते हैं तो उतर जाएं। इसके बाद कमलनाथ सरकार के कुछ मंत्रियों ने कहा था कि वचनपत्र के वादे पांच साल के लिए हैं और सरकार बने अभी एक साल ही हुआ है। इसके बाद सिंधिया के रुख में थोड़ी नरमी आई है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)