सार

यूपी के जौनपुर जिले का रहने वाला 13 साल का नाबालिग छात्र पिछले 7 महीने से मध्य प्रदेश के चित्रकूट-सतना स्थित तुलसी पीठ कांच मंदिर जानकी कुंड में शिक्षा-दीक्षा प्राप्त कर रहा है। नाबालिग यहां व्याकरण की शिक्षा भी हासिल कर रहा है। 

सतना। चित्रकूट में जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज के उत्तराधिकारी जय महाराज (मिश्रा) ने शर्मशार कर दिया है। आरोप है कि जय महाराज ने एक नाबालिग को मालिश कराने के बहाने बुलाया और उसके साथ कुकर्म कर दिया। मामले में मिर्जापुर पुलिस से शिकायत किए जाने पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। इस घटना पर जगद्गुरु ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि जय को झूठा फंसाया गया है। सारे आरोप बेबुनियाद हैं।

जानकारी के अनुसार, यूपी के जौनपुर जिले का रहने वाला 13 साल का नाबालिग छात्र पिछले 7 महीने से मध्य प्रदेश के चित्रकूट-सतना स्थित तुलसी पीठ कांच मंदिर जानकी कुंड में शिक्षा-दीक्षा प्राप्त कर रहा है। नाबालिग यहां व्याकरण की शिक्षा भी हासिल कर रहा है। पीड़ित ने बताया कि तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु महाराज रामभद्राचार्य की यूपी के मिर्जापुर में भागवत था। वे वहां तेंदुई गांव में 8 फरवरी से 14 फरवरी 2022 तक रहे। इस कथा में रामभद्राचार्य का उत्तराधिकारी रामचंद्र दास उर्फ जय मिश्रा अपने साथ नाबालिग छात्र को भी ले गया था। 

अर्धनग्न होकर मालिश के लिए बुलाया और कुकर्म किया
आरोप है कि जय मिश्रा ने नाबालिग को 13 फरवरी की रात 10 बजे अपने कमरे में बुलाया और अर्धनग्न होकर तेल मालिश करने के लिए कहा। इसी दौरान जय मिश्रा उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा। विरोध करने पर जय मिश्रा ने नाबालिग के कपड़े उतार कर जबरन अप्राकृतिक संबंध बनाए और रिवॉल्वर दिखाकर मारपीट की। पीड़ित का कहना था कि आरोपी जय मिश्रा ने धमकाया कि यदि किसी को कुछ बताया तो गोली मार दूंगा। कथा के बाद सभी लोग तुलसीपीठ चित्रकूट आ गए। 

परिजन ने मिर्जापुर में केस दर्ज करवाया
घटना से नाबालिग डर गया और उसने परिजन को आपबीती सुनाई तो सबके होश उड़ गए। पीड़ित नाबालिग के पिता ने मिर्जापुर के लालगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। पीड़ित के पिता का कहना था कि 19 फरवरी को जगद्गुरु सतना में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, तब जय ने उनके बेटे को बस से नीचे उतार दिया। प्रदीप और अभिषेक नाम के लोगों ने उसका मोबाइल भी छीन लिया। बता दें कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने 8 अगस्त 2019 को भव्य तरीके से जय मिश्रा उर्फ आचार्य रामचंद्र दास को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। इस कार्यक्रम में भारत के कई पीठों के पीठाधीश्वर और जगतगुरु कई मठ के महंत शामिल हुए थे। 

रामभद्राचार्य ने कहा- सारे आरोप निराधार
घटना के बाद स्वामी रामभद्राचार्य ने वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि ये पूरी घटना निराधार है। छात्र को विरोधियों ने हमारे खिलाफ मोहरा बनाया है। ये एक बड़ा षड्यंत्र है। हम चाहते थे कि छात्र अपने माता-पिता के पास रहकर पढ़ाई करे, इसलिए उसे उसके घर भेज रहे थे। जिस दिन की घटना ये बताई जा रही है उस दिन रामचंद्र दास (आरोपी जय मिश्रा) मेरे पास ही थे। रात को वे अन्य लोगों के साथ मेरी सेवा कर रहे थे। जिस जगह की घटना बताई जा रही है, वहां कोई कमरा नहीं है। वहां एक हॉल है और सभी लोग एक ही जगह पर सोते हैं। रामचंद्र दास कभी एकांत या अकेले कक्ष में नहीं सोते। वे भी सभी के साथ इस हॉल में सो रहे थे। ऐसे में घटना कैसे संभव है।