सार
कोरोना संक्रमण ने सारी दुनिया को सतर्क कर रखा है। इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने को कहा जा रहा है। सरकार ने कोरोना गाइडलाइन बनाई हुई है। लेकिन लगता है कि इन नियमों का पालन करना सिर्फ आम लोगों का फर्ज है, नेताओं को किसी कानून की नहीं पड़ी। कोरोना को लेकर वे कितनी भी लापरवाही करें, प्रशासन कुछ नहीं करेगा। कमलनाथ के जन्मदिन पर मप्र के कांग्रेस दफ्तर में काटे गए केक के दौरान की यह तस्वीर तो यही बताती है।
भोपाल, मध्य प्रदेश. बुधवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का जन्मदिन था। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में केक काटा गया। यह तो ठीक...लेकिन इस दौरान भीड़ बनकर इकट्ठे हुए नेताओं ने कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाकर रख दीं। नेताओं ने मास्क तक नहीं पहना था। यही नहीं, सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर एक-दूसरे से गले लिपटते तक देखे गए। इस तस्वीर ने ने कांग्रेस की फजीहत करा दी है। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रभाष चंद्रशेखर और रवि सक्सेना जैसे बड़े नेताओं ने खुद मास्क नहीं पहना था। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया, ऐसे में वो कार्यकर्ताओं को कैसे नसीहत देते। नेताओं ने एक-दूसरे का हाथ पकड़कर केक काटा। फिर एक-दूसरे को खिलाया। हालांकि इस कार्यक्रम में कमलनाथ स्वयं मौजूद नहीं थे। वे दिल्ली में हैं।
भोपाल में रोज मिल रहे 150 से ऊपर नये मरीज
इस तस्वीर ने प्रशासन की कार्रवाइयों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आम लोगों पर मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना ठोंका जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है, लेकिन इस मामले में सबने चुप्पी साध ली। बता दें कि भोपाल में हर दिन 150-200 कोरोना के नये केस सामने आ रहे हैं। यही नहीं, कमलनाथ के बेटे सांसद नकुल नाथ और महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा भी कोरोना पॉजिटिव निकली हैं।
बता दें कि ऐसे कार्यक्रम में 50 लोगों की अनुमति है। लेकिन यहां 150 से ज्यादा लोग पहुंच गए। हालांकि सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि उन्होंने कोरोना गाइड लाइन का पालन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की और हनुमान चालीसा पाठ और सुंदरकांड भी किया।
किसने क्या कहा
इस मौके पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कमलनाथ की तारीफ में कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश और कांग्रेस के लिए बहुत कुछ किया। वर्मा ने उम्मीद जताई कि कमलनाथ के नेतृत्व में एक बार फिर मप्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
उधर, कांग्रेस कार्यालय में सुंदरकांड के आयोजन पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि सुंदरकांड का आयोजन कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व नहीं, सिर्फ स्टंट है। यह सब चुनाव के वक्त ही होता है। उन्होंने सवाल उठाया कि राहुल गांधी कभी दिवाली, भाईदूज मनाते क्यों नहीं दिखते?