सार

महात्मा गांधी पर भाजपा सांसद अनंत हेगड़े की विवादित टिप्पणी को बेहद आपत्तिजनक एवं निंदनीय बताते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि भाजपा नेतृत्व ने यदि बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे को दो-दो बार देशभक्त बताने वाली अपनी सांसद (प्रज्ञा सिंह ठाकुर) के खिलाफ कार्रवाई की होती तो आज कोई गांधीजी को इस तरह अपमानित करने की हिम्मत नहीं करता।

भोपाल. महात्मा गांधी पर भाजपा सांसद अनंत हेगड़े की विवादित टिप्पणी को बेहद आपत्तिजनक एवं निंदनीय बताते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि भाजपा नेतृत्व ने यदि बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे को दो-दो बार देशभक्त बताने वाली अपनी सांसद (प्रज्ञा सिंह ठाकुर) के खिलाफ कार्रवाई की होती तो आज कोई गांधीजी को इस तरह अपमानित करने की हिम्मत नहीं करता।

ट्वीट कर भाजपा पे किया कटाक्ष

कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन के समय किये गये सत्याग्रह को भाजपा सांसद (अनंत हेगड़े) द्वारा ड्रामा बताना बेहद आपत्तिजनक, बेहद निंदनीय।’’ उन्होंने आगे लिखा है कि भाजपा नेतृत्व ने यदि बापू के हत्यारे गोडसे को दो-दो बार देशभक्त बताने वाली भाजपा सांसद (भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर) के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई की बजाय, कड़ी कार्रवाई की होती तो शायद आज गांधीजी के बारे में इस तरह कहने की किसी की हिम्मत नहीं होती।

यह कहकर कमलनाथ ने भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा।

BJP स्पष्ट करे वह गांधी के साथ है या गोडसे के साथ

कमलनाथ ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि भाजपा स्पष्ट करे कि वह किस विचारधारा के साथ है गांधी की या गोडसे की?’’  खबरों के मुताबिक हेगड़े ने पिछले दिनों बेंगलुरू के एक कार्यक्रम में कथित तौर पर दावा किया था कि आजादी की पूरी लड़ाई अंग्रेजों की सहमति एवं सहयोग से लड़ी गई थी और महात्मा गांधी के नेतृत्व वाला स्वतंत्रता आंदोलन एक ‘नाटक’ था।

मोदी ने प्रज्ञा पर कहा था, वो उन्हें कभी माफ नहीं कर सकेंगे

दरअसल, प्रज्ञा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे को दो बार देशभक्त बता चुकी हैं। उनके बयान को लेकर संसद में जमकर हंगामा भी हुआ था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रज्ञा के इस विवादित बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा था कि वह उन्हें (प्रज्ञा) कभी माफ नहीं कर सकेंगे। हालांकि इसके बाद भी सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)