सार
यह श्मशान खंडवा शहर के इंदौर रोड़ पर है। जहां हर साल 4 अगस्त को संगीत सम्राज किशोर दा का बर्थडे सेलिब्रेट किया जाता है। यह जन्मदिन सुबह से लेकर शाम तक मनाया जाता है। जहां उनके चाहने वाले आते हैं और केक काटकर खुशियां मनाते हैं।
खंडवा (मध्य प्रदेश). श्मशान का नाम सुनते ही लोगों को दिलों में डर बैठ जाता है। क्योंकि यहां पर लोग आंसू बहाते हुए अपनों की चिता जलाने के लिए जाते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के खंडवा मे देश का एकमात्र ऐसा श्मशान है, जहां पर केक काटकर जन्मदिन मनाया जाता है। महफिल सजती है और लोगों को फिल्में दिखाई जाती हैं।
इस मुक्तिधाम पर सजती हैं सुरों की महफिल
दरअसल, यह श्मशान खंडवा शहर के इंदौर रोड़ पर है। जहां हर साल 4 अगस्त को संगीत सम्राज किशोर दा का बर्थडे सेलिब्रेट किया जाता है। यह जन्मदिन सुबह से लेकर शाम तक मनाया जाता है। जहां उनके चाहने वाले केक काटकर खुशियां मनाते हैं। लोग किशोर दा की समाधि पर फूल चढ़ाते हैं और उनकी फिल्में देखते हैं।
देश कई राज्यों से पहुंच चुके हैं किशोर दा के प्रेमी
बुधवार सुबह इस मुक्तिधाम पर सुरों की महफिल सज चुकी है। जहां देश कई राज्यों से किशोर प्रेमी खंडवा पहुंचे हुए हैं। जिला प्रशासन और निगम ने इसकी तैयारियां पहले से कर ली हैं। हालांकि इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। किशोर दा के चाहने वालों को सैनिटाइज करने के बाद ही वहां एंट्री दी जाएगी।
आज मनाया जा रही है किशोर कुमार की 92वीं जयंती
बता दें कि आज यानि 4 अगस्त को हिंदी फिल्म के जिंदादिल गायक, अभिनेता-निर्माता किशोर कुमार की 92वीं जयंती है। उनका जन्म खंडवा शहर में आज के ही दिन 1929 को हुआ था हुआ था। किशोर कुमार का पुश्तैनी घर अभी भी यहां पर मौजदू है, हालांकि उसकी हालत बहुत खराब हो चुकी है। वह पूरी तरह से जर्जर हो चुका। लेकिन उनके चाहने वाले हर साल अपने सुपर हीरो के जन्मदिन पर यहां पर आते हैं।