सार
पहली तस्वीर प्रद्युम्न सिंह तोमर की है, जिन्हें डर है कि वोटर कहीं उनके दल बदले जाने से नाराज होकर अपना मन न बदल लें। अगर वोट देने नहीं निकले तो? ये ग्वालियर-पूर्व सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं। दूसरी तस्वीर दतिया जिले की भांडेर सीट से भाजपा प्रत्याशी रक्षा सिरौनिया के पति संतराम की है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आईं रक्षा को भी डर है कि जनता कहीं उनसे खफा न हो जाए। इस तरह की तस्वीरें मप्र विधासभा उपचुनाव में आम हो चली हैं।
भोपाल, मध्य प्रदेश. विधानसभा की 28 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर जनंसपर्क में उतरे प्रत्याशियों की दिलचस्प और हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए नेताओं को डर सता रहा है कि वोटर भी उनको लेकर अपना मूड न बदल लें। पहली तस्वीर में जनता के चरणों में सर रखकर लेटे भाजपा प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस से सुनील शर्मा मैदान में है। कोरोना संक्रमण के चलते जनसंपर्क में बड़ी दिक्कतें आ रही हैं। प्रद्युम्न सिंह तोमर कमलनाथ सरकार में मंत्री थे। फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आकर शिवराज सरकार में भी मंत्री बने। बावजूद उन्हें जनका मूड समझ नहीं आ रहा।
दूसरी तस्वीर...
यह हैं भांडेर विधायक रक्षा सिरौनिया के पति संतराम। वोटरों के उखड़े मूड को कूल करने वो मंच पर साष्टांग हो गए। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भांडेर के सालोन बी में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। इस बीच पब्लिक को रिझाने विधायक रक्षा सिरौनिया के पति संतराम मंच पर ही साष्टांग हो गए। संतराम सिरौनिया ने मंच से कहा कि कमलनाथ सरकार ने कोई काम नहीं किए। इसलिए जनता को मुंह दिखाने लायक नहीं बचा था। अब भाजपा सरकार है, तो वो विकास कार्य कराने के लायक हैं।
यहां नेताजी के चरणों में मजबूर जनता नतमस्तक
यह तस्वीर सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र के जैसीनगर में सामने आई थी। पिछले दिनों यहां भाजपा मंडल का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस दौरान जब भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा जब भाषण दे रहे थे, तब एक बुजुर्ग उनके पैरों में पड़ी रही। वो अपनी कोई समस्या लेकर सामने आई थी। इसके बाद झा अपना भाषण देते रहे। वे सिर्फ इतना बोले कि अभी सुनते हैं माताजी..अभी ठहरिये। बता दें कि सुरखी सीट से भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत हैं। वे 7 महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
और भाषण सुनने से पहले ही वोटर की मौत
कुछ दिन पहले खंडवा जिले की मांधाता विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी की चुनावी सभा संबोधित करने पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाषण से पहले कुर्सी पर बैठे-बैठे 70 साल के एक किसान की मौत हो गई थी। सिंधिया ने मंच से 2 मिनट का मौन रखा और फिर भाषण दिया। मांधाता से नारायण पटेल चुनाव लड़ रहे हैं। सिंधिया उनकी चुनावी सभा के लिए मूंदी आए थे। उनके भाषण से करीब 40 मिनट पहले उंटावद निवासी जीवन सिंह की मौत हो गई थी।