सार
आरक्षण को लेकर ओबीसी-एससी-एसटी महासभा में शामिल होने के लिए भोपाल पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad) को पुलिस ने एयरपोर्ट से ही हिरासत में ले लिया है।
भोपाल, मध्य प्रदेश में जारी ओबीसी आरक्षण (OBC Reservation Protest) को लेकर चढ़ा सियारी परा थमने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। आरक्षण को लेकर ओबीसी-एससी-एसटी महासभा के हाजारों युवा राजधानी भोपाल पहुंचे हुए हैं। इन्होंने सीएम हाउस के घेराव की धमकी भी दी है। इसीआंदोलन में शामिल होने के लिए भोपाल पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad) को पुलिस ने एयरपोर्ट से ही हिरासत में ले लिया है।
ओबीसी नेताओं ने सीएम आवास घेरने की दी धमकी
दरअसल, मध्य प्रदेश में ओबीसी आरक्षण को लेकर सियासत उफान पर है। एक दिन पहले ही प्रदेश के तमाम ओबीसी संगठनों ने 27% आरक्षण पंचायत चुनाव में बहाल करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री निवास घेराव की धमकी दी थी। जिसके चलते आज रविवार सुबह से ही प्रदेशभर से ओबीसी संगठन से जुड़े नेता पहुंचने लगे। जिसको लेकर पुलिस भोपाल में आने वाली ट्रेनों और बसों को पुलिस चेक कर रही है।
भोपाल जोड़ने वाले सभी रास्तों पर लगाए गए बैरिकेड्स
पुलिस ने लोगों को रोकने के लिए भोपाल से जुड़ी सीमाओं पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं। साथ ही उनकी चेंकिग करने के बाद ही एंट्री दी जा रही है। सुबह सीहोर तरफ से भोपाल आ रहे लोगों को खजूरी थाने में रोका गया। इसके बाद उन्हें सीहोर भेजा गया। इसके चलते कार्यकर्ताओं ने थाने में की नारेबाजी भी की। वहीं न्यू मॉर्केट के रोशन पुरा चौराहे पर सुबह से ही ओबीसी संगठनों के नेताओं ने डेरा डाल दिया। इसकी जानकारी लगते ही कार्यकर्ता चौराहे पर भीड़ जमा करने लगे थे। इसकी भनक लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को हटाया गया।
अब तक डेढ़ हजार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया
मध्य प्रदेश पुलिस ओबीसी संगठनों के प्रदर्शन के ऐलान के बाद रविवार को पुलिस ने जगह-जगह संगठन के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने में लगी हुई है। अब तक तकरीबन डेढ़ हजार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं मुख्यमंत्री हाउस श्यामला हिल्स की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। किसी को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। आवास से काफी दूर पहले ही बैरिकेड्स लगा दिए हैं। साथ ही भारी संख्य में पुलिस बल तैनात है।
कई संगठनों ने मिलकर आंदोलन करने किया था ऐलान
बता दें कि ओबीसी संगठनों ऐलान किया था कि दो जनवरी को राजधानी भोपाल में वह एक दिवसीय अधिकार एवं जन महाआंदोलन आयोजित करेंगे। इसमें ओबीसी वर्ग को 51 प्रतिशत आरक्षण पर चर्चा की जानी थी और इसमें भीम आर्मी, जयस, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के शामिल होने वाले थे। इन संगठनों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का भी ऐलान किया था। इतना ही नहीं ओबीसी महासभा ने जन महाआंदोलन के लिए सूचना पत्र भी जारी किया है।
कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर बोला हमला
वहीं ओबीसी महासभा के ऐलान के बाद ओबीसी संगठनों के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ओबीसी महासभा द्वारा पंचायत चुनावों में ओबीसी आरक्षण प्रदान करने की माँग को लेकर आज भोपाल में प्रदर्शन की पूर्व से ही घोषणा की गयी थी। लेकिन पता नही शिवराज सरकार को ओबीसी वर्ग से परहेज़ क्यों, सरकार उनके दमन पर क्यों उतारू हो गयी है। आंदोलन को कुचलने का काम किया जा रहा है , उनके साथ मारपीट की जा रही है और यह सब ख़ुद को इस वर्ग की हितैषी बताने वाली सरकार में हो रहा है ?