सार

ग्वालियर-चंबल संभाग में सदस्यता अभियान के तहत ग्वालियर पहुंचे मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और पूर्व सीएम कमलनाथ को आड़े हाथ लिया। कमलनाथ द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने पर शिवराज ने तंज कसते हुए कहा-हनुमान जी भक्तों के संकट हरते हैं, दुष्टों के नहीं।  

ग्वालियर. (मध्य प्रदेश). ग्वालियर-चंबल संभाग में सदस्यता अभियान के तहत ग्वालियर पहुंचे मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और पूर्व सीएम कमलनाथ को आड़े हाथ लिया। कमलनाथ द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने पर शिवराज ने तंज कसते हुए कहा- जिस दिन भगवान राम के मंदिर की आयोध्य में नींव रखी जा रही थी, उसी दिन कमलनाथ जी हनुमान चालीसा का पाठ कराने बैठ गए। लेकिन हनुमान जी भक्तों के संकट हरते हैं, दुष्टों के नहीं।  ''संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरे हनुमत बलबीरा''। 

5 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल
दरअसल, मध्य प्रदेश में होने वाले 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनावों की तैयारी भाजपा ने शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में शनिवार को ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर एक चुनावी सभा का आयोजन हुआ। जिसमें भाजपा की सदस्यता दिलाई गई, इस मौके पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 5 हजार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल कराया। बताया जा रहा है कि ग्वालियर के 9 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा सदस्यता अभियान चलाएगी, जिसकी जिम्मेदारी सीएम शिवराज और सिंधिया ने ली है। बता दें कि इस कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने  शिरकत की। 

''कमलनाथ अपने ही विधायकों का अपमान कर रहे''
सीएम शिवराज ने कहा-कांग्रेस के 15 महीने के शासनकाल में किसानों के साथ छलावा हुआ, युवाओं को कोई रोजगार नहीं दिया गया, जो वादे चुनाव के दौरान किए थे उनमें से एक भी पूरा नहीं किया। भारतीय जनता पार्टी ने जो गरीबों के हित के लिए चलाई थीं वह भी कमलनाथ ने बंद  कर दीं। अब तो आलम यह हो गया कि कमलनाथ जी अपने ही विधायकों का अपमान करने लगे हैं। कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गद्दार बता रहे हैं, गद्दार कमलनाथ सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ की है।

''कमलनाथ की सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे थे''
भाजपा की सदस्यता अभियान के कार्यक्रम में सभा को संबोधित के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कमलनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा-कमलनाथ की सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे थे, वह तो कहने के लिए मुख्यमंत्री थे। वल्लव भवन में ऐसी योजनाएं बनाई गईं जिसमें कांग्रेस नेताओं को फायदा हो और आम जनता को परेशानी। प्रधानमंत्री मोदी ने तो कोरोना से बचने के लिए 4 महीने पहले लॉकडाउन किया था। लेकिन प्रदेश में तो उसी दिन लॉकडाउन हो गया था जिस दिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी और कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बने थे।