सार

MP के हनी ट्रैप मामले में आरोपी महिला बरखा सोनी के पति अमित ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन पर और उनकी पत्नी पर लगाए जा रहे तमाम आरोप झूठे हैं। वहीं श्वेता विजय जैन को पूरे मामले का सरगना बताया है।

भोपाल. एमपी के हाई प्रोफाइल हनीट्रैप मामले में 5 आरोपी महिलाओं में से एक महिला का पति अपनी पत्नी के बचाव में उतरा है। दरअसल आरोपी बरखा सोनी के पति अमित सोनी ने कहा कि उसकी पत्नी निर्दोष है और उसे जबरन फंसाया जा रहा है। अमित ने कहा कि की उसे अदालत पर भरोसा है कि बरखा के साथ न्याय होगा और जांच के बाद वो निर्दोष साबित हो जाएगी।

पति ने पत्नी पर लगे आरोपों किया खारिज
मामले में आरोपी बरखा सोनी के पति अमित ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन पर और उनकी पत्नी पर लगाए जा रहे तमाम आरोप झूठे हैं , उन्होने कहा कि हम सरकारी ठेकों के लिए कभी नेताओं और सरकारी अफसरों से नहीं मिलते थे।

50 रुपए की रसीद कटवाकर मां का इलाज कराता हूं 
अमित ने कहा कि आप कभी मेरे घर की स्थिति देखिए, में किस तरह से अपना जीवन जी रहा हूं। में अपनी मां का इलाज 50 रुपए की रसीद कटवाकर चैरिटेबल अस्पताल में कराता हूं। उन्होंने कहा कि अगर हमने किसी भी चरह का फाएदा उठाया होतो तो आज यह स्थिति नहीं होती। अगर सरकार हमें टेंडर का पेमेंट करती तो उसका रिकार्ड भी हमारे बैंक के पास होता।

इस लेडी को बताया गैंग का सरगना
अमित ने श्वेता विजय जैन को पूरे हनी ट्रैप मामले का सरगना बताया है। बताया कि बरखा और श्वेता की मुलाकात करीब एक साल पहले एक एनजीओ के कार्यक्रम के दौरान हुई थी जिसके बाद से वो श्वेता के संपर्क में आई। अमित ने इस पूरे मामले को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं, उन्होने कहा कि पुलिस को केश और अन्य सामान श्वेता के पड़ोसियों के पास से बरामद हुआ था, फिर उन्हें क्यों नहीं पकड़ा गया।

पति बोला-हमे नौकरी करना होगा मुश्किल
अमित ने कहा कि वो इस पूरी मामले की जांच कर रही एसआईटी की कार्यप्रणाली से संतुष्ट है और सच जल्द ही सामने आएगा। अमित ने कहा कि इस पूरे मामले के सामने आने के बाद सोसाएटी में उनके परिवार की काफी बदनामी हुई है, जिसे सहन करना आसान नहीं है। उन्होने कहा कि केस के खत्म होने के बाद भी उनके लिए नया व्यापार करना या कहीं भी नौकरी करना बेहद मुश्किल होगा, उनके परिवार पर बेरोजगारी का संकट भी मंडरा रहा है। अमित ने कहा कि फिलहाल में चाहता हूं की बरखा जल्द ही वापस आएं।

ये है पूरा मामला
दरअसल 18 और 19 सितंबर को पुलिस ने भोपाल और इंदौर से 5 महिलाओं और एक पुरुष को इंदौर के निगम कमिश्नर की शिकायत पर सेक्स रैकेट चलाने के मामले में गिरफ्तार किया था। इंदौर के इस निगम कमिश्नर ने महिलाओं के खिलाफ ब्लैकमेल कर 3 करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगाया था।  इसके बाद इन 5 महिलाओं श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वापनिल जैन, बरखा सोनी, आरती दयाल और मोनिका यादव के लेपटॉप और अन्य गैजेट्स से करीब 4 हजार फाइल्स बरामद की गई हैं जिनकी पड़ताल से कई और बड़े राजों पर से पर्दा उठने की संभावना है। इन फाइलों में विडियो, ऑडियो क्लिप्स के साथ ही चेट के स्क्रीनशोट्स भी हैं जिनका इस्तेमाल यह महिलाएं लोगों को हनीट्रेप करने के लिए किया करती थीं।